जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
मध्यप्रदेश के नीमच जिले में स्थित सी.आर.पी.एफ. ग्रुप सेंटर एक बार फिर इतिहास रचने जा रहा है। यहां 17 अप्रैल 2025 को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह सीआरपीएफ के 86वें स्थापना दिवस समारोह के अंतर्गत आयोजित सीआरपीएफ दिवस परेड में मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत करेंगे। इस गौरवपूर्ण अवसर पर मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव भी विशेष अतिथि के रूप में शामिल होंगे। यह आयोजन देश के सबसे बड़े अर्धसैनिक बल – केंद्रीय रिज़र्व पुलिस बल (CRPF) के शौर्य, सेवा और बलिदान को समर्पित होगा।
हालांकि सीआरपीएफ दिवस हर वर्ष 19 मार्च को मनाया जाता है, लेकिन इस बार विस्तारित समारोहों के अंतर्गत परेड 17 अप्रैल को की जा रही है। नीमच इस आयोजन के लिए सिर्फ एक स्थान नहीं, बल्कि एक ऐतिहासिक प्रतीक भी है। वर्ष 1939 में यहीं ब्रिटिश शासनकाल के दौरान ‘क्राउन रिप्रेजेंटेटिव पुलिस’ की स्थापना हुई थी, जिसे आजादी के बाद 28 दिसंबर 1949 को देश के पहले गृहमंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल द्वारा “सेंट्रल रिजर्व पुलिस फोर्स” (CRPF) नाम दिया गया। इसीलिए नीमच न केवल CRPF का जन्मस्थल माना जाता है, बल्कि इसकी ऐतिहासिक एवं भावनात्मक विरासत का केन्द्र भी है।
बता दें, समारोह का भव्य आगाज 15 अप्रैल को सीआरपीएफ के महानिदेशक ज्ञानेंद्र प्रताप सिंह के नेतृत्व में हुई महानिदेशक परेड से हो चुका है। मुख्य परेड 17 अप्रैल को होगी, जिसमें सीआरपीएफ की आठ टुकड़ियाँ कदमताल करेंगी। इसके बाद केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह वीरता पदक (Gallantry Medals) से सम्मानित होने वाले जवानों को सम्मानित करेंगे। समारोह में CoBRA कमांडो, RAF, Valley QAT, डॉग स्क्वॉड जैसी विशेष इकाइयों द्वारा विशेष प्रदर्शन भी प्रस्तुत किए जाएंगे, जो बल की कार्यक्षमता और समर्पण का जीवंत उदाहरण बनेंगे।
इस अवसर पर गृहमंत्री ‘शहीद स्थल’ पर जाकर वीर बलिदानियों को श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे और फिर शहीदों के परिवारों, परेड कमांडरों व जवानों से संवाद करेंगे। यह संवाद न केवल सम्मान का प्रतीक होगा, बल्कि बल और सरकार के बीच आत्मीय संबंधों को और गहरा करेगा।
वर्तमान में नीमच का सीआरपीएफ परिसर अत्यंत सक्रिय और संगठित ढंग से कार्य कर रहा है। यहां केंद्रीय प्रशिक्षण महाविद्यालय (C.T.C.), रंगरूट प्रशिक्षण केंद्र (R.T.C.), ग्रुप सेंटर, रेंज कार्यालय, संयुक्त अस्पताल, प्रथम बटालियन एवं 4 सिगनल बटालियन जैसे महत्वपूर्ण इकाइयां मौजूद हैं, जहां प्रशिक्षण, प्रशासन और परिचालन गतिविधियां निर्बाध रूप से संचालित की जा रही हैं।