जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
भारत की राजधानी दिल्ली का इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट, जो आमतौर पर अपने हाई-टेक इंफ्रास्ट्रक्चर और सुविधाओं के लिए जाना जाता है, बीती रात एक ‘एयर ट्रैफिक ट्रैजेडी’ का गवाह बन गया। जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला की एक सोशल मीडिया पोस्ट ने इस बदइंतजामी की परतें खोल दीं, जो न सिर्फ चौंकाने वाली थीं बल्कि देश की एविएशन व्यवस्थाओं पर गंभीर सवाल भी खड़े कर गईं।
3 घंटे हवा में भटकी फ्लाइट, फिर जयपुर डायवर्ट, प्लेन में कैद यात्रियों का गुस्सा फूटा
श्रीनगर से दिल्ली आ रही इंडिगो की फ्लाइट में सवार उमर अब्दुल्ला ने रात करीब 1 बजे X (पूर्व ट्विटर) पर एक तस्वीर साझा की, जिसमें वे जयपुर एयरपोर्ट पर प्लेन की सीढ़ियों पर खड़े दिखाई दे रहे थे। इस तस्वीर के साथ उन्होंने लिखा –
“दिल्ली एयरपोर्ट पूरी तरह बर्बादी का नजारा है (माफ कीजिए, मैं आज शालीन नहीं रहूंगा)।“
इससे पहले फ्लाइट को लगभग 3 घंटे तक हवा में चक्कर लगवाया गया और जब लैंडिंग की कोई संभावना नहीं दिखी, तब अचानक जयपुर डायवर्ट कर दिया गया। वहां भी घंटों यात्रियों को विमान के अंदर ही बैठाए रखा गया।
वहीं, दिल्ली एयरपोर्ट अथॉरिटी और ATC (एयर ट्रैफिक कंट्रोल) की ओर से दी गई सफाई में कहा गया कि हवा की दिशा में अचानक बदलाव और धूलभरी आंधी के कारण फ्लाइट ऑपरेशंस को कुछ देर के लिए रोका गया था। यात्रियों की सुरक्षा के लिए यह निर्णय जरूरी था। हालांकि, यात्रियों को न समय पर सूचना दी गई, न ही वैकल्पिक व्यवस्था।