जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
दिल्ली की सत्ता में एक नया अध्याय लिखने की तैयारी पूरी हो चुकी है! क्या दिल्ली को पहली महिला मुख्यमंत्री मिलने जा रही है? क्या बीजेपी अपने चौंकाने वाले फैसलों की परंपरा को कायम रखते हुए रेखा गुप्ता को दिल्ली की कमान सौंपने जा रही है? इन सवालों के बीच आज शाम 7 बजे भाजपा विधायक दल की बैठक में नाम का ऐलान होने की संभावना है, लेकिन सूत्रों की मानें तो रेखा गुप्ता का नाम लगभग तय है।
इस बार दिल्ली की राजनीति सिर्फ सत्ता परिवर्तन तक सीमित नहीं रहने वाली। RSS के इस मास्टरस्ट्रोक के पीछे क्या रणनीति है? ये तो आने वाले समय में पता लगेगा। लेकिन दलित, जाट और पूर्वांचली समीकरणों को साधते हुए बीजेपी एक नया सियासी समीकरण तैयार कर रही है। इतना ही नहीं, दो डिप्टी सीएम बनाए जाने की अटकलों ने इस पूरे घटनाक्रम को और भी दिलचस्प बना दिया है।
गुरुवार दोपहर 12:35 बजे, रामलीला मैदान—सत्ता का नया चेहरा दिल्ली की जनता के सामने होगा। 30 हजार से ज्यादा मेहमान, प्रधानमंत्री मोदी समेत तमाम बड़े नेता, उद्योगपति, क्रिकेटर्स, फिल्म स्टार, साधु-संत—सब इस शपथ ग्रहण समारोह का हिस्सा बनने वाले हैं। दिल्ली की राजनीति में यह सिर्फ सत्ता परिवर्तन नहीं, बल्कि एक नई राजनीतिक पटकथा की शुरुआत है।
वहीं, बीजेपी के अंदरखाने भी हलचल तेज है। 6 विधायकों के नाम रेस में सबसे आगे बताए जा रहे हैं, लेकिन बीजेपी का ट्रैक रिकॉर्ड रहा है कि वह हमेशा चौंकाने वाले फैसले लेती है। सूत्रों के अनुसार पार्टी ने 15 विधायकों के नाम निकाले हैं। उनमें से 9 नाम शॉर्टलिस्ट किए हैं। इन्हीं 9 नामों में CM, कैबिनेट मंत्री और स्पीकर के नाम तय किए जाएंगे।
अब सबसे बड़ा सवाल—क्या रेखा गुप्ता दिल्ली की नई राजनीतिक ताकत बनेंगी? क्या यह फैसला दिल्ली में बीजेपी की सत्ता को मजबूत करेगा या फिर एक नया विवाद खड़ा करेगा? राजनीतिक हलकों में सस्पेंस और ड्रामा चरम पर है, लेकिन असली तस्वीर कुछ ही घंटों में साफ हो जाएगी।