NEET UG 2025 रिजल्ट घोषित, इंदौर के उत्कर्ष अवधिया को ऑल इंडिया रैंक 2; 75 छात्रों का रिजल्ट कोर्ट आदेश के कारण रोका गया!

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जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:

नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने शनिवार को NEET UG 2025 का रिजल्ट जारी कर दिया है। देश की सबसे बड़ी मेडिकल प्रवेश परीक्षा में इस बार इंदौर के उत्कर्ष अवधिया ने पूरे देश में दूसरा स्थान हासिल किया है, जिससे मध्यप्रदेश में खुशी की लहर दौड़ गई है। परीक्षार्थी neet.nta.nic.in पर जाकर अपना स्कोरकार्ड डाउनलोड कर सकते हैं। इसके लिए उम्मीदवारों को अपने एडमिट कार्ड नंबर और जन्मतिथि की मदद से लॉगिन करना होगा।

रिजल्ट पर भारी ट्रैफिक, घबराएं नहीं

रिजल्ट जारी होते ही वेबसाइट पर भारी ट्रैफिक देखने को मिला, जिससे कई बार सर्वर स्लो या डाउन हो गया। ऐसे में छात्रों और अभिभावकों को घबराने की जरूरत नहीं है, वेबसाइट कुछ देर बाद फिर से ठीक तरीके से काम करने लगती है।

इंदौर हाईकोर्ट के आदेश के बाद जारी हुआ रिजल्ट

हालांकि, इंदौर के 75 छात्रों का रिजल्ट फिलहाल जारी नहीं किया गया है। दरअसल, इन छात्रों ने मध्यप्रदेश हाईकोर्ट की इंदौर बेंच में याचिका दाखिल की थी। याचिका में बताया गया था कि 4 मई को हुए NEET UG एग्जाम के दौरान तेज आंधी और बारिश के चलते बिजली चली गई थी, जिससे उनकी परीक्षा प्रभावित हुई।

इंदौर में 49 सेंटरों पर लगभग 27 हजार छात्र परीक्षा दे रहे थे, जिनमें से करीब 11 सेंटरों पर बिजली चली गई। अंधेरे में कई छात्रों को मोमबत्ती और मोबाइल टॉर्च की रोशनी में पेपर देना पड़ा। कई अभ्यर्थियों ने बताया कि अंधेरे में प्रश्न पत्र पढ़ना तक मुश्किल था और उनकी परीक्षा का स्तर गंभीर रूप से प्रभावित हुआ

इन परेशानियों के खिलाफ 75 छात्रों ने कोर्ट में याचिका लगाई, जिस पर कोर्ट ने NTA को निर्देश दिया कि इन 75 छात्रों को छोड़कर बाकी सभी का रिजल्ट जारी कर दिया जाए। इन छात्रों का रिजल्ट अगली सुनवाई और निर्णय के बाद जारी किया जाएगा।

NEET से जुड़े कोर्ट केस की टाइमलाइन

इंदौर हाईकोर्ट में पहली सुनवाई 15 मई को हुई, जिसमें 15 से अधिक याचिकाएं शामिल थीं। इसके बाद 19 मई को NTA ने अपना पक्ष रखा और 22 मई को सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने वर्चुअली कोर्ट में सुझाव दिया कि इंदौर के प्रभावित 24 सेंटरों की जांच के लिए एक कमेटी बनाई जाए

26 मई तक याचिकाकर्ताओं की संख्या 60 पहुंच गई, और दावा किया गया कि 2000 से अधिक छात्रों का भविष्य दांव पर है। लेकिन तकनीकी कारणों से 29 मई की सुनवाई टल गई। अंततः 5 जून और 9 जून को कोर्ट में सुनवाई हुई, जिसके बाद आंशिक रिजल्ट जारी करने की अनुमति दी गई।

प्रदेश में MBBS की कुल 5025 सीटें

मध्यप्रदेश में इस वर्ष MBBS की कुल 5025 सीटें हैं। इनमें से 2488 सीटें 17 सरकारी मेडिकल कॉलेजों में हैं, जबकि 13 निजी कॉलेजों में 2450 सीटें उपलब्ध हैं। इसके अलावा प्रदेश में 13 निजी डेंटल कॉलेज हैं, जिनमें BDS की कुल 1220 सीटें हैं। NEET रिजल्ट के बाद जल्द ही मेडिकल काउंसलिंग शुरू की जाएगी, जिसमें MBBS और BDS दोनों कोर्सेस के लिए दाखिले होंगे।

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