जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
मध्यप्रदेश के उमरिया में स्थित विश्वप्रसिद्ध बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व से हाथियों की रहस्यमय तरीके से हो रही मौतों की एक गंभीर घटना सामने आई है। इस घटना में 10 जंगली हाथियों की दर्दनाक मौत हो गई है, जबकि 3 अन्य हाथियों की स्थिति सामान्य बनी हुई है। टाइगर रिजर्व में 72 घंटे के भीतर 10 हाथियों की मौत के बाद से ही बवाल मचा हुआ है।
पार्क प्रबंधन का कहना है कि सभी हाथियों की मौत सलखनिया गांव में एक किसान के खेत में उगाई गई कोदो की फसल खाने के कारण हुई है। इसके बाद बांधवगढ़ में Chief Wildlife Warden और NTCA, Wildlife Crime Control Board की टीम मौके पर पहुंची है और हर पहलू की जांच कर रही है। साथ ही, आसपास के जल स्रोतों और वनस्पतियों के सैंपल इकट्ठा कर विभिन्न संस्थानों में जांच के लिए भेजे गए हैं, ताकि हाथियों की मौत के असली कारणों का पता चल सके। वहीं, प्राथमिक जांच रिपोर्टों के अनुसार, अनुमान लगाया जा रहा है कि हाथियों ने कोदो खाया और फिर एक किलोमीटर दूर जाकर बीमार हो गए, जिससे उनकी मौत हुई।
मामले की गंभीरता को देखते हुए, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मुख्यमंत्री निवास पर एक आपात बैठक की। हाथियों की मौत के बारे में जानकारी लेते हुए, उन्होंने एक उच्च स्तरीय टीम को तुरंत घटना स्थल पर भेजने का आदेश दिया। बैठक में मुख्यमंत्री ने इस मामले में शामिल दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि अगर किसी भी स्तर पर लापरवाही या उपचार में देरी का पता चलता है, तो दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने वन राज्य मंत्री दिलीप अहिरवार और दो सीनियर अधिकारियों को उमरिया जाकर वहां की डिटेल रिपोर्ट तैयार करने को कहा, साथ ही रिपोर्ट को 24 घंटे में सौंपने का आदेश दिया। उन्होंने कहा कि जांच रिपोर्ट आने से पहले इस समय में घटना से जुड़े सभी बिंदुओं पर जांच की प्रक्रिया में कोई देरी नहीं होनी चाहिए।