जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
मध्य प्रदेश की राजनीतिक ज़मीन आज दो बड़े और निर्णायक आयोजनों की साक्षी बनेगी, जहां एक ओर राजधानी भोपाल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नारी शक्ति महासम्मेलन को संबोधित करेंगे, वहीं दूसरी ओर जबलपुर में कांग्रेस केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ अपनी पहली ‘जय हिंद सभा’ के जरिए तीखा हमला बोलेगी। इस दिन का हर पल राजनीतिक समीकरणों को झकझोर सकता है — एक तरफ महिला सशक्तिकरण का मंच, दूसरी तरफ सैन्य नीतियों पर तीखी तकरार।
जबलपुर के गोलबाजार स्थित शहीद स्मारक परिसर आज कांग्रेस के राष्ट्रीय स्तर के कार्यक्रम ‘जय हिंद सभा’ का गवाह बनेगा, जहां पार्टी नेतृत्व प्रधानमंत्री मोदी सरकार की सैन्य और विदेश नीतियों को निशाने पर लेगा। कार्यक्रम की शुरुआत सुबह 10:30 बजे छावनी क्षेत्र स्थित शौर्य स्मारक में शहीदों को श्रद्धांजलि देकर की जाएगी। मंच पर कांग्रेस के तीन दिग्गज पूर्व मुख्यमंत्री — दिग्विजय सिंह, कमलनाथ और छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम भूपेश बघेल मौजूद रहेंगे। उनके साथ पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी और प्रदेश प्रभारी रणदीप सुरजेवाला भी शामिल होंगे।
हालांकि प्रियंका गांधी और राहुल गांधी के कार्यक्रम में शामिल होने की चर्चाएं थीं, लेकिन ऐन वक्त पर दोनों नेताओं का दौरा रद्द हो गया, जिससे कार्यकर्ताओं में हल्की मायूसी ज़रूर दिखी, लेकिन पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने इसे अवसर में बदलने की ठान ली है। कांग्रेस नेताओं का कहना है कि यह सभा केवल राजनीतिक शो नहीं, बल्कि जन-जागरूकता का राष्ट्रवादी प्रयास है।
जय हिंद सभा के माध्यम से कांग्रेस केंद्र की रक्षा और विदेश नीति की ‘कमज़ोरियों’ को उजागर करने की रणनीति पर काम कर रही है। खास बात ये है कि इस सभा में ऑपरेशन सिंदूर में शामिल रहे सैनिकों को सम्मानित किया जाएगा। पार्टी इसे “राष्ट्रभक्ति और जन-जागरण” का प्रतीक बताकर मंच से भाजपा की कथनी-करनी पर सवाल उठाएगी। कांग्रेस का दावा है कि भाजपा सरकार ने सिर्फ भाषण दिए, जबकि ज़मीनी स्तर पर देश की सैन्य तैयारियों और रणनीति को कमजोर किया है।
सभा के दौरान उपमुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा और मंत्री विजय शाह के हालिया विवादित बयानों को लेकर कांग्रेस उन पर तीखा विरोध जताएगी। पार्टी ने इन बयानों को सेना के सम्मान के खिलाफ बताते हुए कहा है कि भाजपा को न सैनिकों की कुर्बानी की कद्र है, न उनके सम्मान की समझ। नगर कांग्रेस अध्यक्ष सौरभ शर्मा और ग्रामीण अध्यक्ष नीलेश जैन ने बताया कि सभा की तैयारियां युद्ध स्तर पर पूरी कर ली गई हैं। कांग्रेस इस आयोजन को जनता से जुड़ने और केंद्र सरकार के असली चेहरों को उजागर करने के एक बड़े मंच के रूप में देख रही है।