जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
मध्यप्रदेश में इस बार मानसून भले ही एक दिन की देरी से पहुंचा हो, लेकिन इसके सक्रिय होते ही पूरे प्रदेश में तेज बारिश का सिलसिला जारी है। रविवार को भोपाल, इंदौर, ग्वालियर-उज्जैन समेत 25 से ज्यादा जिलों में जमकर बारिश हुई। मौसम विभाग के मुताबिक ऐसा ही मौसम सोमवार को भी बना रहेगा। विभाग ने प्रदेश के 20 जिलों में हैवी रेन का अलर्ट जारी कर दिया है।
जिन जिलों में सोमवार को भारी बारिश की चेतावनी दी गई है, उनमें ग्वालियर, श्योपुर, शिवपुरी, गुना, अशोकनगर, विदिशा, सागर, रायसेन, राजगढ़, शाजापुर, आगर-मालवा, मंदसौर, नीमच, दमोह, निवाड़ी, टीकमगढ़, छतरपुर, पन्ना, मंडला और बालाघाट शामिल हैं। यहां अगले 24 घंटे में साढ़े 4 इंच तक पानी गिर सकता है। भोपाल, इंदौर, उज्जैन, जबलपुर समेत बाकी जिलों में यलो अलर्ट जारी किया गया है।
बता दें, इस बार मानसून देश में 8 दिन पहले ही पहुंच गया था। अनुमान था कि एमपी में भी यह जून के पहले हफ्ते में दस्तक दे देगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। 15 दिन तक मानसून महाराष्ट्र-छत्तीसगढ़ में अटका रहा, जिससे मध्यप्रदेश में देरी हो गई। आखिरकार 13-14 जून को मानसून ने एमपी में एंट्री ली। यह प्रदेश में 1 दिन लेट पहुंचा, जबकि सामान्य तारीख 15 जून मानी जाती है।
हालांकि, इसने देरी की भरपाई तेजी से की और 3 दिन में ही प्रदेश के 53 जिलों को कवर कर लिया। फिर एक दिन के ठहराव के बाद बाकी भिंड और मऊगंज में भी मानसून ने दस्तक दे दी। यानी सिर्फ 5 दिन में मानसून ने पूरे एमपी को कवर कर लिया। पिछले साल यह 21 जून को पहुंचा था।
मौसम विभाग ने अगले दो दिन यानि 1 और 2 जुलाई को अति भारी बारिश की चेतावनी जारी की है।
🔸 इंदौर और उज्जैन संभाग में इस सिस्टम का असर थोड़ा कम रहने की संभावना है।
🔸 जबकि ग्वालियर-चंबल, जबलपुर, नर्मदापुरम, सागर, भोपाल, रीवा और शहडोल संभाग में भारी से अति भारी बारिश देखने को मिल सकती है।
इस दौरान कई जगहों पर तेज हवाओं, बिजली गिरने और जलभराव की स्थिति बन सकती है। लोगों को सलाह दी गई है कि अनावश्यक रूप से घर से बाहर न निकलें, निचले इलाकों में सावधानी बरतें और बिजली चमकने पर सुरक्षित जगह पर रहें।