जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
मध्यप्रदेश में मानसून अब कहर बनकर बरस रहा है। गुरुवार को भी प्रदेश के कई जिलों में मूसलाधार बारिश का सिलसिला जारी रहा। मौसम विभाग ने ग्वालियर सहित 12 जिलों में भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है। अनुमान है कि इन जिलों — श्योपुर, मुरैना, भिंड, दतिया, शिवपुरी, अशोकनगर, निवाड़ी, टीकमगढ़, छतरपुर, पन्ना और सतना — में अगले 24 घंटों के भीतर 4.5 इंच तक बारिश हो सकती है। राजधानी भोपाल में सुबह से कभी तेज, कभी रुक-रुककर बारिश हो रही है, जिससे कई इलाकों में जलभराव की स्थिति बन गई है।
पिछले 24 घंटे में हुई रिकॉर्ड बारिश ने भी हालात बिगाड़े हैं। सीधी में 3.1 इंच, रीवा में 2.2 इंच, नर्मदापुरम में 1.9 इंच, जबलपुर में 1.4 इंच, उमरिया में 1.3 इंच, ग्वालियर में 1.1 इंच और पचमढ़ी में 1 इंच बारिश दर्ज की गई। भोपाल में भी आधे इंच से अधिक पानी गिर चुका है।
प्रदेश के अन्य जिले — शहडोल, डिंडोरी, मऊगंज, बैतूल, अलीराजपुर, मंडला, दतिया, सतना, रतलाम, रायसेन, दमोह, गुना, उज्जैन, सीहोर, शाजापुर, देवास, आगर-मालवा, विदिशा, राजगढ़ — में लगातार बारिश का दौर बना हुआ है।
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डिंडौरी में स्थिति इतनी बिगड़ गई कि कलेक्टर नेहा मारव्या ने जिले के सभी सरकारी स्कूलों में आज अवकाश घोषित कर दिया। मऊगंज में भी यही कदम उठाया गया है।
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हरदा जिले की मटकुली नदी में एक पुलिसकर्मी की कार बह गई। उसने पुलिया पर पानी होने के बावजूद कार निकालने की कोशिश की थी, लेकिन बहाव तेज था। सौभाग्यवश समय रहते कूदकर पुलिसकर्मी ने अपनी जान बचा ली।
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सतना में भी एक कार रपटे पर तेज बहाव में बह गई। आसपास मौजूद लोगों ने तत्परता दिखाते हुए कार सवार को सुरक्षित बाहर निकाल लिया।
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मऊगंज के नईगढ़ी कस्बे में कई घरों में पानी भर गया है। लोग सामान समेटकर सुरक्षित स्थानों की ओर पलायन कर रहे हैं। यहां तक कि थाना परिसर भी जलमग्न हो चुका है।
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चित्रकूट की गुप्त गोदावरी गुफा में जलस्तर इतना बढ़ गया है कि तेज बहाव के कारण गुफा को पर्यटकों के लिए बंद कर दिया गया है।
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पीथमपुर में एक निर्माणाधीन मकान की दीवार गिरने से दो माह की मासूम बच्ची की मौत हो गई, जबकि पिता गंभीर रूप से घायल हो गए हैं।
आने वाले दो दिन और भारी पड़ सकते हैं।
मौसम वैज्ञानिक ने बताया कि वर्तमान में मध्यप्रदेश के उत्तरी हिस्से से एक मानसून ट्रफ गुजर रही है। इसके असर से आगामी दो दिनों तक भारी बारिश का खतरा बना रहेगा।
खास बात ये है कि इस बार मानसून ने औसतन कहीं ज्यादा पानी बरसाया है। मौसम विभाग के आंकड़ों के मुताबिक, इस मानसूनी सीजन में अब तक प्रदेश में औसतन 18.5 इंच बारिश हो चुकी है, जबकि सामान्य तौर पर इस समय तक केवल 11 इंच पानी गिरता है। यानी साढ़े 7 इंच अतिरिक्त बारिश हो चुकी है — और इसका सबसे ज्यादा असर पूर्वी मध्यप्रदेश पर देखा गया है, जहां बारिश लगातार रिकॉर्ड तोड़ रही है।