मीडिया के नाम पर मनी लॉन्ड्रिंग का खेल, इंदौर में ईडी की बड़ी कार्रवाई: वाधवानी परिवार की ₹20 करोड़ से अधिक की संपत्ति अटैच, 500 करोड़ की जीएसटी चोरी का भी आरोप!

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जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:

इंदौर में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मीडिया के नाम पर काली कमाई को वैध बनाने और जीएसटी घोटाले के गंभीर मामले में वाधवानी परिवार के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। 12 अगस्त 2025 को की गई इस कार्रवाई की आधिकारिक पुष्टि ईडी ने 13 अगस्त को अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के माध्यम से की। ईडी ने किशोर वाधवानी, नितेश वाधवानी, पूनम वाधवानी और ‘दबंग दुनिया पब्लिकेशन्स प्राइवेट लिमिटेड’ से जुड़ी लगभग ₹11.33 करोड़ की अचल संपत्तियों (जमीन और फ्लैट) को पीएमएलए, 2002 के तहत अस्थायी रूप से अटैच किया है। इन संपत्तियों का मौजूदा बाजार मूल्य ₹20 करोड़ से अधिक आंका गया है।

यह मामला वर्ष 2021 में तुकोगंज थाने में दर्ज धोखाधड़ी की एफआईआर से जुड़ा हुआ है, जिसकी पृष्ठभूमि 2020 में हुई एक बड़ी कर चोरी की जांच से निकलती है। किशोर वाधवानी, जो एलोरा टोबैको कंपनी (ETCL) के मालिक हैं, के ठिकानों पर डीजीजीआई (Directorate General of GST Intelligence) की इंदौर यूनिट ने जून 2020 में छापेमारी की थी। छापे में पान मसाला, गुटखा और सिगरेट कारोबार में भारी जीएसटी चोरी के सबूत मिले। जांच के दौरान ‘दबंग दुनिया’ अखबार से जुड़े 904 विज्ञापन चालान भी बरामद हुए, जिनके प्रकाशन का कोई रिकॉर्ड नहीं मिला। आरोप है कि इन नकली विज्ञापन चालानों के जरिए गैर-कानूनी कमाई को सफेद करने का प्रयास किया गया।

डीजीजीआई की रिपोर्ट में यह भी सामने आया कि वाधवानी ने 2017 से 2020 के बीच अपने अखबार की बिक्री को वास्तविक आंकड़ों से कई गुना बढ़ाकर पेश किया और इस आधार पर फर्जी इनवॉइस तैयार किए। बताया गया कि वास्तविक बिक्री 6,000 से 10,000 प्रतियों के बीच थी, लेकिन रिकॉर्ड में इसे 60,000 से 1,00,000 दिखाया गया। इन inflated figures के आधार पर ₹500 करोड़ से अधिक की जीएसटी चोरी का आरोप है। इस घोटाले में वाधवानी समूह और उससे जुड़े 21 लोगों को कुल ₹1,946 करोड़ का टैक्स नोटिस जारी किया गया था।

अधिकारियों के मुताबिक, ‘दबंग दुनिया’ के जरिए तैयार किए गए इन 904 फर्जी इनवॉइस का इस्तेमाल मनी लॉन्ड्रिंग के लिए किया गया। फर्जी दस्तावेज बनाना, उनका उपयोग करना और काले धन को वैध दिखाना इस पूरे अपराध के मुख्य हिस्से थे। यही नहीं, मामले में फरवरी 2021 में आईपीसी की धारा 420 (धोखाधड़ी), 467 (जालसाजी), 468 (धोखाधड़ी के उद्देश्य से जालसाजी), 471 (जाली दस्तावेज़ का उपयोग) और 120-बी (आपराधिक साजिश) के तहत किशोर वाधवानी और उनके भतीजे नितेश वाधवानी पर केस दर्ज हुआ।

वाधवानी ने इस केस को रद्द कराने के लिए हाईकोर्ट में याचिका भी दायर की थी, लेकिन कोर्ट ने इसे खारिज कर दिया। कोर्ट ने अपने आदेश में साफ लिखा कि जीएसटी विभाग की जांच में नकली चालानों और बड़े पैमाने पर टैक्स चोरी के पुख्ता सबूत मिले हैं। हाल ही में पुलिस ने ‘दबंग दुनिया’ के सीईओ को भी गिरफ्तार किया है। ईडी की यह कार्रवाई इस पूरे मामले में अब तक का सबसे बड़ा वित्तीय कदम माना जा रहा है, जिससे वाधवानी परिवार की कानूनी मुश्किलें और बढ़ सकती हैं।

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