जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
मध्यप्रदेश की सियासत एक बार फिर गर्मा गई है। राज्य के वन मंत्री विजय शाह की महिला सैन्य अधिकारी कर्नल सोफिया कुरैशी को लेकर की गई आपत्तिजनक टिप्पणी अब तूल पकड़ चुकी है। इस मामले में जबलपुर हाईकोर्ट के निर्देश पर दर्ज एफआईआर को मंत्री शाह ने सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी, जिस पर सर्वोच्च न्यायालय ने सुनवाई 19 मई तक स्थगित कर दी है। लेकिन इस बीच सियासत पूरे उफान पर है — कांग्रेस इस मसले को लेकर लगातार हमलावर है और पूरे प्रदेश में विरोध प्रदर्शन कर रही है।
इस विवाद के केंद्र में विजय शाह की वो कथित टिप्पणी है, जिसे लेकर महिला गरिमा, सेना की प्रतिष्ठा और सरकार की नैतिकता — तीनों सवालों के घेरे में आ गए हैं। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने इस मुद्दे पर बीजेपी को सीधे कटघरे में खड़ा किया। उन्होंने सोशल मीडिया ‘X’ पर लिखा — “पहले मंत्री ने महिला सैनिकों पर अभद्र टिप्पणी की और अब डिप्टी सीएम ने सेना का घोर अपमान किया है। बीजेपी इन नेताओं को बचा रही है, ये देशवासियों और सेना के लिए कैसा संदेश है?”
कांग्रेस विधायकों का प्रतिनिधिमंडल विपक्ष के नेता उमंग सिंघार के नेतृत्व में राज्यपाल से मिला और मंत्री विजय शाह को बर्खास्त करने की मांग करते हुए ज्ञापन सौंपा। इसके बाद विधायक काले कपड़ों में राजभवन के बाहर धरने पर बैठ गए, जिन्हें पुलिस ने जबरन हटा दिया और हिरासत में लिया, हालांकि थोड़ी देर में उन्हें छोड़ दिया गया।
कांग्रेस ने राज्यव्यापी आंदोलन की घोषणा की है। पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने वीडियो संदेश जारी कर कहा — “कल पूरे मध्यप्रदेश में उपमुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा और मंत्री विजय शाह के पुतले जलाए जाएंगे।” इसके तहत भोपाल में पीसीसी कार्यालय के बाहर पुतले जलाए गए, और इस्तीफे की मांग उठाई गई।
टीकमगढ़ जिले के निवाड़ी में पुतला दहन के दौरान हादसा भी हुआ, जहां कांग्रेस कार्यकर्ताओं की लापरवाही से आग भड़क गई और कवरेज कर रहे दो पत्रकार झुलस गए। ये घटना प्रशासन की तैयारियों और कांग्रेस की रणनीति दोनों पर सवाल खड़े करती है। वहीं मुख्यमंत्री मोहन यादव ने बयान दिया कि मामला न्यायालय में विचाराधीन है, और कांग्रेस हर बार अदालत की गरिमा पर सवाल खड़े करती है।
इस पूरे विवाद में नया मोड़ तब आया जब कांग्रेस प्रवक्ता भूपेंद्र गुप्ता ने विजय शाह का एक और वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया। वीडियो में शाह से जब पाकिस्तान को लेकर सवाल किया गया, तो उन्होंने हँसते हुए कहा — “आप और हम चलेंगे तो पाकिस्तान मान जाएगा”। इस टिप्पणी को लेकर भी कांग्रेस ने आरोप लगाया कि मंत्री का रवैया बेहद गैरजिम्मेदाराना और सेना के अपमान के बराबर है।
विधायक आरिफ मसूद ने भोपाल के मिंटो हॉल के बाहर काले कपड़ों में प्रदर्शन किया और कुछ कांग्रेस नेता मंत्री शाह के सरकारी आवास के बाहर ‘बेशर्म के पौधे’ लेकर पहुंच गए, जो कि प्रतीकात्मक विरोध का नया तरीका माना गया।