जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
मध्य प्रदेश के इंदौर से बुधवार शाम एक चौंकाने वाला मामला सामने आया, जिसने पूरे राजनीतिक गलियारों में सनसनी फैला दी। प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री और भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता कैलाश विजयवर्गीय जन्मदिन समारोह में शामिल होने राऊ क्षेत्र स्थित एक गौशाला में पहुंचे थे, जहां तेज आंधी के बीच मंच का एक बड़ा हिस्सा अचानक भरभराकर गिर गया। हादसे के वक्त विजयवर्गीय मंच पर खड़े होकर भाषण दे रहे थे, और इसी दौरान अचानक मंच का संतुलन बिगड़ा और वह धराशायी हो गया। राहत की बात यह रही कि इस दुर्घटना में मंत्री को किसी तरह की शारीरिक चोट नहीं आई और न ही मंच पर मौजूद किसी अन्य नेता को गंभीर रूप से चोटिल होने की खबर है।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, जब मंच गिरा तो वहां कुछ ही पल के लिए अफरा-तफरी का माहौल बन गया। भाजपा के कई अन्य स्थानीय नेता भी मंच पर मौजूद थे। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें देखा जा सकता है कि तेज हवाओं के बीच मंच झूलने लगता है और अचानक जमीन पर आ गिरता है। कार्यक्रम में भारी संख्या में कार्यकर्ता और आम लोग मौजूद थे, लेकिन किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है।
यह पहली बार नहीं है जब कैलाश विजयवर्गीय किसी बड़ी घटना के चलते सुर्खियों में आए हों। इससे पहले भी वह अपने विवादित बयानों और बेबाक टिप्पणी के कारण चर्चाओं में रहे हैं। हालाँकि बुधवार को हुआ ये हादसा मौसम में अचानक बदलाव की वजह से हुआ। दरअसल, मध्यप्रदेश में बुधवार को मौसम ने अचानक करवट ली और राज्य के कई जिलों में तेज आंधी, बारिश और ओलावृष्टि का सिलसिला शुरू हो गया। सबसे अधिक असर इंदौर, भोपाल, देवास, रतलाम, मंदसौर, शाजापुर और आगर जिले में देखने को मिला, जहां तेज हवाओं से पेड़ और होर्डिंग्स गिर गए, बिजली आपूर्ति बाधित हुई और कई स्थानों पर जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। इंदौर में तो हालात इतने बिगड़ गए कि मुंबई से आई इंडिगो की फ्लाइट रनवे पर लैंड ही नहीं कर सकी और उसे भोपाल डायवर्ट करना पड़ा। शहर के एरोड्रम इलाके में आंधी के चलते एक बड़ा पेड़ सड़क पर खड़े वाहन पर गिर पड़ा, जिससे वाहन चालक को गंभीर चोटें आईं। वहीं राऊ क्षेत्र में स्थित एक गौशाला में आयोजित कार्यक्रम के दौरान मंच का स्ट्रक्चर तेज हवा में गिर गया।
मौसम की इस तबाही ने सिर्फ शहरी नहीं, बल्कि ग्रामीण इलाकों को भी अपनी चपेट में लिया। रतलाम जिले के आलोट में एक घंटे तक तेज हवाएं चलीं और कई पेड़ जड़ों से उखड़ गए। आनंदगढ़ गांव में हवा की वजह से शॉर्ट सर्किट हुआ और उससे लगी आग में दर्जनों बोरी गेहूं, लहसुन और पशु चारा जलकर राख हो गया। यहां तक कि दो बकरियों की झुलसकर मौत हो गई। रामपुर नैकिन के भितरी गांव में एक कच्चा मकान ढह गया और कई मकानों की सीमेंट की चादरें उड़ गईं।
मंदसौर जिले के शामगढ़ और सीतामऊ में जोरदार बारिश के साथ ओलावृष्टि हुई। आगर जिले में बुधवार दोपहर करीब 3:45 बजे से शुरू हुई तेज हवाओं के साथ बारिश ने सड़कों को जलमग्न कर दिया। वहीं शाजापुर, सीहोर और उज्जैन जैसे क्षेत्रों में भी आंधी के साथ हल्की बारिश दर्ज की गई। आष्टा क्षेत्र में धूल भरी आंधी के कारण कई स्थानों पर सामूहिक विवाह कार्यक्रमों के पंडाल उड़ गए और मंडियों में रखा हुआ गेहूं भीग गया।