जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
मध्य प्रदेश के मऊगंज जिले में हुई हिंसक झड़प ने पूरे राज्य को हिला कर रख दिया है। शनिवार (16 मार्च 2025) को मऊगंज जिले के गड़रा गांव में पुलिस दल पर आदिवासी समुदाय के एक समूह ने घातक हमला कर दिया, जिसमें एएसआई रामचरण गौतम शहीद हो गए और कई अन्य पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हो गए। इस घटना के बाद मुख्यमंत्री मोहन यादव ने एएसआई को शहीद का दर्जा देने की घोषणा की है और उनके परिवार को 1 करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता और एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने का आश्वासन दिया है।
बता दें, मध्यप्रदेश के मऊगंज जिले के गड़रा गांव में शनिवार को जो हुआ, उसने पूरे इलाके को दहशत में डाल दिया। शाहपुर थाना क्षेत्र में आदिवासी समुदाय के लोगों ने एक युवक को बंधक बनाकर पीटा और जब पुलिस उसे बचाने पहुंची, तो उन पर भी जानलेवा हमला कर दिया गया। इस हिंसक झड़प में एएसआई रामगोविंद गौतम की मौत हो गई, जबकि टीआई संदीप भारती और हनुमना तहसीलदार कुमारे लाल पनका समेत 10 पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हो गए। हमले के बाद गांव में तनाव फैल गया और हालात को काबू में करने के लिए भारी पुलिस बल तैनात किया गया।
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने इस घटना पर गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए कहा, “मऊगंज जिले के शाहपुर थाना क्षेत्र के गड़रा गांव में अपने कर्तव्य का निर्वहन करते हुए बलिदान देने वाले एएसआई रामगोविंद गौतम को शहीद का दर्जा दिया जाएगा। उनकी कर्तव्यपरायणता और बलिदान को हमेशा याद रखा जाएगा।” उन्होंने आगे कहा कि सरकार इस घटना के दोषियों को बख्शेगी नहीं और जल्द ही सभी हमलावरों की गिरफ्तारी होगी।
पुलिस की कार्रवाई: 6 आरोपी गिरफ्तार, अन्य की तलाश जारी
मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने तेजी से कार्रवाई करते हुए अब तक 6 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं, अन्य हमलावरों की पहचान करने और उन्हें पकड़ने के लिए सर्च ऑपरेशन जारी है। मुख्यमंत्री के निर्देश पर डीजीपी कैलाश मकवाना ने मौके पर पहुंचकर हालात का जायजा लिया।