जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले के देवबंद क्षेत्र में शनिवार सुबह एक दर्दनाक हादसा हो गया। निहालखेड़ी गांव में स्थित एक पटाखा फैक्ट्री में जबरदस्त विस्फोट हुआ, जिसमें अब तक तीन लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है। विस्फोट इतना भीषण था कि पूरी फैक्ट्री की इमारत ध्वस्त हो गई और शवों के चीथड़े 100 से 150 मीटर तक दूर जा गिरे। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार धमाके की आवाज़ 2 किलोमीटर दूर तक सुनाई दी और उस पल ऐसा महसूस हुआ मानो भूकंप आ गया हो। हादसे के समय फैक्ट्री के भीतर 10 से अधिक लोग मौजूद थे, जिससे मौत का आंकड़ा और बढ़ने की आशंका जताई जा रही है।
हादसे की सूचना मिलते ही कई थानों की पुलिस फोर्स मौके पर पहुंच गई, इलाके को पूरी तरह से सील कर दिया गया है और रेस्क्यू ऑपरेशन तेजी से चलाया जा रहा है। पुलिस ने फैक्ट्री के संचालक समेत तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। मृतकों के परिजनों ने गुस्से में हाईवे जाम कर दिया और सड़क पर बैठकर प्रदर्शन किया। परिजनों का आरोप है कि यह फैक्ट्री अवैध रूप से चलाई जा रही थी और प्रशासन की अनदेखी के चलते आज यह भयावह हादसा हुआ।
डीएम मनीष बंसल ने बताया कि घटना सुबह करीब 6:30 बजे हुई। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि फैक्ट्री के पास पटाखा बनाने का वैध लाइसेंस था, लेकिन सुरक्षा मानकों का गंभीर उल्लंघन किया जा रहा था। मौके पर पहुंची फॉरेंसिक टीम और पुलिस की संयुक्त जांच जारी है।
हादसे का दर्दनाक मंजर हर किसी को झकझोरने वाला था। एक युवक अपने बेटे को तलाशते हुए चीख-चीखकर सड़क पर रोता रहा, “मेरे बेटे, एक बार शक्ल तो दिखा दो…” ग्रामीणों ने बताया कि धमाके की आवाज आठ गांवों तक सुनाई दी और एक किलोमीटर तक लाशों के टुकड़े बिखरे पड़े थे। ग्रामीणों का आरोप है कि प्रशासन हादसे को हल्के में ले रहा है और हादसे से ठीक 10 मिनट पहले फैक्ट्री मालिक का अचानक वहां से चले जाना कई सवाल खड़े कर रहा है।
अगर हादसे के वक्त फैक्ट्री में महिलाओं की दूसरी शिफ्ट आ चुकी होती, तो मौत का आंकड़ा कहीं ज्यादा भयावह होता। गांव में मातम पसरा है और लोग प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।