जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
मध्यप्रदेश शासन ने स्वास्थ्य विभाग में व्यापक प्रशासनिक बदलाव करते हुए शनिवार देर रात 41 चिकित्सा अधिकारियों, विशेषज्ञों और प्रशासनिक पदाधिकारियों का तबादला कर दिया। यह बदलाव सामान्य प्रशासन विभाग की वर्ष 2025 की तबादला नीति के अंतर्गत किया गया है और इसे प्रशासनिक सुविधा की दृष्टि से तत्काल प्रभाव से लागू किया गया है। इस फेरबदल में राज्य के कई जिलों के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (CMHO) बदले गए हैं, जिनमें भोपाल, ग्वालियर, इंदौर, दमोह, पन्ना, बैतूल, रायसेन, नीमच, नर्मदापुरम जैसे प्रमुख जिले शामिल हैं।
लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा संचालनालय द्वारा जारी आदेश के अनुसार, भोपाल के नए सीएमएचओ के रूप में डॉ. मनीष शर्मा को नियुक्त किया गया है। वे इससे पहले ग्वालियर में प्रभारी उप संचालक के रूप में कार्यरत थे। डॉ. शर्मा ने कहा है कि उनकी प्राथमिकता भोपाल में कोविड-19 और अन्य संक्रामक बीमारियों की रोकथाम पर ध्यान केंद्रित करना होगा। वहीं भोपाल के पूर्व सीएमएचओ डॉ. प्रभाकर तिवारी को संचालनालय स्वास्थ्य सेवाएं में वरिष्ठ संयुक्त संचालक की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
इस सूची में अन्य प्रमुख नामों में शामिल हैं – डॉ. राजेश अठ्या (दमोह), डॉ. राज सिंह ठाकुर (कटनी), डॉ. हरिनारायण मांड्रे (रायसेन), डॉ. बी.के. वर्मा (दतिया), डॉ. वी.एस. चंदेल (उमरिया), डॉ. धरित्री जे. मोहंती (मंडला), डॉ. माधव हसानी (इंदौर), डॉ. राष्ट्रेन्द्र खाड्योत (नीमच), डॉ. नरसिंह गेहलोत (नर्मदापुरम), डॉ. अनिल झामनानी (निवाड़ी), डॉ. रामकुमार गुप्ता (ग्वालियर) और अन्य।
इसके अतिरिक्त कुछ वरिष्ठ चिकित्सकों को विशेषज्ञ पदों पर भी पुनर्नियुक्त किया गया है, जैसे डॉ. दिनेश खत्री को राजगढ़ में शल्यक्रिया विशेषज्ञ, डॉ. पवन शर्मा को ग्वालियर में शिशु रोग विशेषज्ञ, डॉ. प्रदीप जैन को भी ग्वालियर में शिशु रोग विशेषज्ञ, और डॉ. मुकेश जैन को दमोह में शल्यक्रिया विशेषज्ञ बनाया गया है। वहीं कुछ अधिकारियों को जिला महामारी नियंत्रण, परिवार कल्याण, और सिविल सर्जन जैसे पदों पर नियुक्त किया गया है।