जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
इंदौर के बिजलपुर (राऊ) इलाके में सोमवार दोपहर एक बड़ा हादसा हो गया। शिव सिटी कॉलोनी में बन रही पानी की टंकी की निर्माणाधीन दीवार अचानक ढह गई, जिसकी चपेट में आकर 3 मजदूरों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि एक युवक गंभीर रूप से घायल हो गया। हादसा इतना अचानक हुआ कि मजदूरों को बचने का मौका ही नहीं मिला।
हादसा कैसे हुआ?
पुलिस के अनुसार दोपहर करीब 12.30 बजे टंकी की दीवार अचानक भरभराकर गिर पड़ी। घटना उस समय हुई जब मजदूर साइट पर काम कर रहे थे। मलबे के नीचे चार मजदूर दब गए। सबसे पहले इस हादसे को पास में मौजूद जेसीबी ड्राइवर ने देखा और तुरंत ठेकेदार व आसपास के लोगों को सूचना दी। इसके बाद मजदूरों को निकालकर अस्पताल पहुंचाया गया।
मृतकों और घायलों की पहचान
मृतकों में गौतम राठौर (25), रामेश्वर (55) और टीटू (20) शामिल हैं। वहीं, सोहन (18) गंभीर रूप से घायल है और उसे इलाज के लिए एमवाय अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बताया जा रहा है कि हादसे के वक्त मजदूर टंकी में टाइल्स लगाने की तैयारी कर रहे थे, लेकिन काम शुरू होने से पहले ही दीवार गिर गई।
परिजनों का हाल
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गौतम राठौर: गौतम अपने परिवार का सहारा था। घर में पिता, एक छोटा भाई और दो बहनें हैं। पिता भी मजदूरी से ही परिवार का भरण-पोषण करते हैं।
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रामेश्वर: रामेश्वर का पारिवारिक जीवन बेहद कठिन रहा। पत्नी उसे छोड़कर जा चुकी है। एक बेटी मां के साथ रहती है, जबकि बेटा उसके पास था।
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टीटू: टीटू की उम्र महज 20 साल थी। परिवार का कमाने वाला होने के नाते उसकी मौत ने परिजनों को गहरे संकट में डाल दिया।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया खौफनाक मंजर
चौकीदार और प्रत्यक्षदर्शी रंजीत राठौर ने बताया कि दीवार गिरते ही मजदूर दब गए थे। स्थानीय लोग तुरंत पहुंचे और उन्हें बाहर निकालने की कोशिश की। मजदूर महादेव नायक ने बताया कि उसका बेटा सोहन भी इस हादसे में घायल हुआ है। “आज टंकी में टाइल्स लगाने का प्लान था, लेकिन उससे पहले ही यह हादसा हो गया,” उसने कहा।
पुलिस और प्रशासन की कार्रवाई
सूचना मिलते ही राजेंद्र नगर पुलिस मौके पर पहुंची और शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए जिला अस्पताल भिजवाया। डीसीपी विनोद मीना ने कहा कि हादसे की जांच की जा रही है और नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार सभी मजदूर इंदौर के ही रहने वाले थे।
सवालों के घेरे में निर्माण कार्य
स्थानीय लोगों का कहना है कि निर्माण कार्य में लापरवाही की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता। टंकी का काम अभी अधूरा था और सुरक्षा के इंतजाम भी पूरे नहीं थे। यह भी सवाल उठ रहे हैं कि बारिश के मौसम में दीवार को सुरक्षित बनाए रखने के लिए ठेकेदार ने क्या कदम उठाए थे।