जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
भारत की पावन भूमि पर महाशिवरात्रि का पर्व एक अलौकिक उत्सव की तरह मनाया जाता है। शिवधामों में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ता है, हर दिशा में “हर हर महादेव” के जयकारे गूंजते हैं। ऐसे में आपको बता दें, आज महाशिवरात्रि के इस पावन अवसर पर उज्जैन के श्री महाकालेश्वर मंदिर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी हुई है। अब तक ढाई लाख से अधिक भक्तों ने बाबा महाकाल के दर्शन किए हैं, और यह दिव्य यात्रा लगातार 44 घंटे तक चलने वाली है। स्वयं मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने अपनी धर्मपत्नी संग यहां पहुंचकर भगवान के चरणों में शीश नवाया और नंदी हॉल में बैठकर शिव मंत्रों का जाप किया।
वहीं, भोपाल में केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बड़े महादेव मंदिर में रुद्राभिषेक किया और महादेव की भव्य शिव बारात में शामिल होकर स्वयं रथ खींचा। भोपाल के गुफा मंदिर, भोजपुर और बड़वाले महादेव मंदिरों में सुबह से ही शिवभक्तों की लंबी कतारें लगी हुई हैं। खंडवा के ओंकारेश्वर मंदिर को दुर्लभ पुष्पों से सजाया गया है, जहां 50 हजार से अधिक श्रद्धालु भगवान ओंकारेश्वर के दर्शन कर चुके हैं। इसी प्रकार, पचमढ़ी के प्रसिद्ध चौरागढ़ मंदिर में करीब एक लाख भक्त चौड़ेश्वर महादेव की आराधना कर चुके हैं।
जबलपुर के गुप्तेश्वर महादेव मंदिर में हजारों श्रद्धालु जलाभिषेक और पूजन कर रहे हैं। यहां की मान्यता है कि भगवान राम ने अपने वनवास काल में इस शिवलिंग की स्थापना की थी। इंदौर में बाणगंगा स्थित बाणेश्वर कुंड से भगवान शिव की भव्य बारात निकाली गई, जिसमें भूत-प्रेत, पिशाच, नंदी-भृंगी सहित कई झांकियां आकर्षण का केंद्र बनीं। इस बारात में उज्जैन की महाकाल मंडली और आदिवासी कलाकारों की प्रस्तुति ने भक्तों को मंत्रमुग्ध कर दिया। महाशिवरात्रि के अवसर पर रतलाम के कालिका माता मंदिर में 301 जोड़ों द्वारा महारुद्राभिषेक किया जा रहा है।
सतना के गैबीनाथ धाम, पशुपतिनाथ और जगतदेव तालाब शिव मंदिर में सुबह से ही शिवभक्त जलाभिषेक कर रहे हैं। आस्था का ऐसा सैलाब उमड़ा है कि अब तक हजारों श्रद्धालु भगवान शिव के दर्शन कर चुके हैं। शाजापुर के रानोगंज शिवालय, सीहोर के कुबेरेश्वर धाम और विदिशा के कांच महादेव मंदिर में शिवभक्तों का जनसैलाब उमड़ पड़ा है। रीवा में भगवान शिव की 4 किलोमीटर लंबी भव्य बारात निकाली गई, जिसमें बाहुबली हनुमान, मां काली, राधा-कृष्ण, नंदी-भृंगी सहित कई झांकियां आकर्षण का केंद्र बनीं।
महाशिवरात्रि का यह पर्व केवल शिव आराधना का अवसर नहीं, बल्कि श्रद्धा, भक्ति और आस्था का महासंगम है। यह पर्व केवल एक उत्सव नहीं, बल्कि भक्तों की अटूट श्रद्धा और विश्वास का प्रतीक है। संपूर्ण देश में शिवधामों से “हर हर महादेव” के जयघोष गूंज रहे हैं और भक्तगण भोलेनाथ की कृपा के लिए रात्रि जागरण, पूजा-अर्चना और रुद्राभिषेक कर रहे हैं।