महाकुंभ 2025: 36वां दिन और संगम तट पर उमड़ी अपार भीड़, 19 ट्रेनों के रूट बदले; कंगना रनोट सहित 3 सांसद और 4 राज्यपाल लगाएंगे आस्था की डुबकी

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जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:

प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ में श्रद्धालुओं की अपार भीड़ उमड़ रही है। आस्था की इस अलौकिक धारा में हर दिन लाखों लोग संगम में पुण्य स्नान कर रहे हैं। आज कुंभ का 36वां दिन है, और सुबह 10 बजे तक ही 58 लाख से अधिक श्रद्धालु संगम में डुबकी लगा चुके हैं। प्रशासन के अनुमान के अनुसार, दिन समाप्त होते-होते यह संख्या डेढ़ करोड़ तक पहुंच सकती है।

बढ़ती भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने सुरक्षा और यातायात व्यवस्था को और कड़ा कर दिया है। संगम स्टेशन को 26 फरवरी तक बंद कर दिया गया है, जबकि मेला क्षेत्र में वाहनों की एंट्री पूरी तरह रोक दी गई है। श्रद्धालुओं को संगम तक पहुंचने के लिए 10-12 किलोमीटर तक पैदल यात्रा करनी पड़ रही है। प्रयागराज से गुजरने वाली 19 ट्रेनों के रूट बदले गए हैं, जिससे शहर में यातायात का दबाव कम किया जा सके।

महाकुंभ में सिर्फ श्रद्धालु ही नहीं, बल्कि राजनीति, सिनेमा और प्रशासन से जुड़े बड़े नाम भी पुण्य लाभ के लिए संगम में स्नान कर रहे हैं। आज भाजपा सांसद और प्रसिद्ध अभिनेत्री कंगना रनोट, सांसद बीवाई राघवेंद्र और सांसद लावु श्री कृष्ण देवरा यालु संगम में आस्था की डुबकी लगाएंगे। इसके अलावा, महाराष्ट्र, गुजरात, पश्चिम बंगाल और त्रिपुरा के राज्यपाल भी संगम में स्नान कर आध्यात्मिक अनुभूति करेंगे।

इसके अलावा, महाकुंभ में विश्व रिकॉर्ड बनाने की भी तैयारियां जोरों पर हैं। गंगा पंडाल में आज 8 घंटे में 10,000 लोग हैंड प्रिंटिंग कर वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाएंगे। वहीं, प्रयागराज-रीवा हाईवे पर 15 किलोमीटर लंबा जाम लग गया। लखनऊ, कानपुर और जौनपुर के रास्तों पर भी वाहनों की लंबी कतारें देखी गईं। प्रयागराज एयरपोर्ट पर यात्रियों की भारी भीड़ उमड़ी, जहां कई श्रद्धालु जमीन पर बैठे और लेटे हुए नजर आए।

महाकुंभ की दिव्यता और भव्यता का यह दृश्य पूरे विश्व में सनातन संस्कृति की शक्ति और आस्था की विराटता को दर्शाता है। जैसे-जैसे यह पावन आयोजन अपने शिखर की ओर बढ़ रहा है, संगम तट पर श्रद्धालुओं की भीड़, संतों का प्रवचन, अखाड़ों की पेशवाई और आस्था की अविरल धारा एक आध्यात्मिक महासागर का निर्माण कर रही है।

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