जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
भारत-पाकिस्तान के बीच युद्ध जैसे हालात बनते जा रहे हैं और इसका असर अब मध्यप्रदेश में भी देखने को मिल रहा है। राज्यभर में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। सबसे बड़ी कार्रवाई इंदौर में की गई है, जहां पुलिस कमिश्नर संतोष कुमार सिंह ने बिना अनुमति सभी आयोजनों पर 4 जुलाई 2025 तक प्रतिबंध लगाने का आदेश जारी कर दिया है। इस आदेश का उल्लंघन करने वालों पर भारतीय न्याय संहिता 2023 की धारा 223 के तहत सख्त कार्रवाई की जाएगी।
इसी के साथ बैतूल में पुलिसकर्मियों की छुट्टियाँ रद्द कर दी गई हैं। अब केवल अति आवश्यक स्थिति में ही वरिष्ठ अधिकारियों की अनुमति से छुट्टी दी जाएगी। एसपी निश्चल एन झारिया ने संवेदनशील स्थानों पर CCTV कैमरे लगाने और गश्त बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। जिला अस्पतालों में भी आपातकालीन व्यवस्था के तहत 40 से 50 बेड का इंतजाम किया जा रहा है।
इस बीच केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी बढ़ते तनाव को देखते हुए अपने चार दिवसीय संसदीय दौरे को रद्द कर दिया है। वे फिलहाल ग्वालियर लौट चुके हैं और संभवत: अगली फ्लाइट से दिल्ली रवाना होंगे, हालांकि ग्वालियर एयरपोर्ट से सभी फ्लाइट्स फिलहाल कैंसिल हैं।
राज्यभर में सोशल मीडिया पर गलत और भ्रामक जानकारी फैलाने पर भी रोक लगा दी गई है। इंदौर और ग्वालियर में अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि अगर कोई व्यक्ति अफवाह फैलाते हुए वीडियो, रील्स या पोस्ट करता है तो उसके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
वहीं, भोपाल में भी राष्ट्रभक्ति का माहौल देखने को मिला। शुक्रवार सुबह बड़ी संख्या में लोग बोट क्लब पहुंचे और वहाँ खड़े सुदर्शन चक्र टैंक पर चढ़कर तिरंगा फहराया और “वंदे मातरम्” के नारे लगाए। लोगों का कहना था कि अब आतंकवाद को जड़ से खत्म करने का समय आ गया है और भारत की सेना इसका करारा जवाब दे रही है। ग्वालियर में हालात और भी सतर्क हैं। प्रभारी मंत्री तुलसी सिलावट के निर्देश के बाद कमिश्नर मनोज खत्री ने पूरे शहर में वार्ड स्तर पर सायरन सिस्टम लगवाने के आदेश दिए हैं, ताकि किसी भी आपात स्थिति में एक सिग्नल पर पूरा शहर अलर्ट हो सके। वहीं, कलेक्टर रुचिका चौहान ने कंट्रोल कमांड सेंटर में मॉनिटरिंग सिस्टम की जांच की और सोशल मीडिया पर बिना पुष्टि के किसी भी वीडियो, रील्स या अफवाह फैलाने वाली पोस्ट को प्रतिबंधित कर दिया है। चेतावनी दी गई है कि यदि कोई ऐसा करता है तो उस पर कठोर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
इसी बीच इंदौर ट्रक ऑपरेटर्स एंड ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर एक बड़ा निर्णय लिया है। संगठन ने अपने साढ़े सात लाख ट्रकों को भारतीय सेना के परिवहन के लिए देने की पेशकश की है। संगठन के अध्यक्ष सीएल मुकाती ने बताया कि हमने कारगिल युद्ध के दौरान भी सेना को 1000 ट्रक मुहैया कराए थे, और अब हम 24 घंटे सेना की सेवा के लिए तैयार हैं। ट्रक ड्राइवर और कंडक्टरों की छुट्टियाँ रद्द कर दी गई हैं।
मंडला, नैनपुर और अन्य जिलों में भी पुलिस फोर्स को अलर्ट पर रखा गया है। अफसर स्टाफ के साथ सड़कों पर लगातार निगरानी कर रहे हैं। नैनपुर में एसडीओपी और थाना प्रभारी ने नगर भ्रमण कर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया।