मध्यप्रदेश में गर्मी और आंधी-बारिश की दोहरी मार: हीटवेव से झुलसा प्रदेश, मानसून की राह देखता रहा आसमान!

You are currently viewing मध्यप्रदेश में गर्मी और आंधी-बारिश की दोहरी मार: हीटवेव से झुलसा प्रदेश, मानसून की राह देखता रहा आसमान!

जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:

मध्यप्रदेश इन दिनों मौसम की दोहरी मार झेल रहा है। एक ओर जहां प्रदेश के उत्तर और मध्य भागों में लू और चिलचिलाती गर्मी का कहर बरप रहा है, वहीं दक्षिणी जिलों में गरज-चमक और आंधी-बारिश की चेतावनी ने मौसम को और असामान्य बना दिया है। मौसम विभाग के अनुसार सोमवार को अलीराजपुर, बड़वानी, खरगोन, खंडवा, बुरहानपुर, बैतूल, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, सिवनी, मंडला और बालाघाट जिलों में आंधी और हल्की बारिश की संभावना है, जबकि बाकी जिलों में गर्मी का प्रकोप जारी रहेगा।

मौसम विभाग के अनुसार, इस असामान्य मौसम का कारण है तीन साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम का एक साथ सक्रिय होना। इसके साथ-साथ पश्चिमी विक्षोभ (वेस्टर्न डिस्टर्बेंस) और ट्रफ लाइन की भी लगातार गतिविधि बनी हुई है। मौसम वैज्ञानिक डॉ. सुरेंद्रन ने बताया कि मई की शुरुआत से ही ये सिस्टम लगातार एक्टिव रहे, जिसके चलते पारंपरिक लू और सूखी गर्मी की जगह बादल, गरज-चमक और हल्की बारिश ने दस्तक देती रही।

रविवार को भी नौगांव (छतरपुर) में तापमान 44.8 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया, जो इस सीजन का अब तक का सबसे अधिक है। इसके अलावा टीकमगढ़ में 43.7, खजुराहो और शिवपुरी में 43.6, सागर में 43, सतना में 42.7, दमोह में 42.5, और रीवा में 42.4 डिग्री तापमान दर्ज किया गया। भोपाल, उज्जैन, जबलपुर और ग्वालियर जैसे प्रमुख शहर भी झुलसते नजर आए। ग्वालियर रविवार को सबसे गर्म बड़ा शहर रहा जहां तापमान 43.4 डिग्री तक पहुंच गया।

हालांकि इस बीच मानसून की राह तकते मध्यप्रदेश को निराशा हाथ लगी है। मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक मानसून बीते 11 दिनों से महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ की सीमाओं पर ठहरा हुआ है और अगले 2 से 3 दिन तक इसके आगे बढ़ने की संभावना भी कम है। इस लिहाज से माना जा रहा है कि मध्यप्रदेश में मानसून 15 जून तक ही प्रवेश कर पाएगा।

Leave a Reply