जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
अगर आपके शरीर में लंबे समय तक विटामिन D की कमी बनी रहती है, तो यह सिर्फ हड्डियों की मजबूती ही नहीं, बल्कि पूरे स्वास्थ्य तंत्र पर असर डाल सकती है। हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार, विटामिन D कैल्शियम के अवशोषण, इम्यून सिस्टम की मजबूती और हार्मोनल बैलेंस के लिए बेहद जरूरी है। इसकी कमी से हड्डियां कमजोर हो सकती हैं, मांसपेशियों में दर्द, थकान, मूड स्विंग्स और इम्यूनिटी में गिरावट जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
दूध के साथ सेवन क्यों है फायदेमंद?
विशेषज्ञ बताते हैं कि विटामिन D एक फैट-सॉल्युबल विटामिन है, यानी यह शरीर में बेहतर तरीके से तभी अवशोषित होता है जब इसके साथ फैट मौजूद हो। दूध में नेचुरल फैट होता है, जो विटामिन D के अवशोषण को बढ़ा देता है। यही कारण है कि डॉक्टर अक्सर विटामिन D कैप्सूल को दूध के साथ लेने की सलाह देते हैं।
अगर दूध पसंद नहीं, तो क्या करें?
अगर आप दूध नहीं पीते, तो विटामिन D कैप्सूल पानी के साथ भी लिया जा सकता है, लेकिन इस स्थिति में आपको अपने भोजन में हेल्दी फैट्स शामिल करने चाहिए—जैसे कि मूंगफली, बादाम, पनीर या एवोकाडो—ताकि विटामिन D शरीर में सही से काम कर सके।
कमी दूर करने के प्राकृतिक तरीके
कैप्सूल के अलावा, विटामिन D का सबसे अच्छा और मुफ्त स्रोत है धूप। सुबह की हल्की धूप में रोजाना 15–20 मिनट बिताना शरीर को इस विटामिन का प्राकृतिक डोज देता है। इसके साथ ही, मछली, अंडे की जर्दी, मशरूम और फोर्टिफाइड फूड्स भी अच्छे विकल्प हैं।
जरूरी सावधानी
ध्यान रहे, विटामिन D कैप्सूल कभी भी खुद से लेना शुरू न करें। इसकी अधिक मात्रा लीवर, किडनी और हार्ट पर असर डाल सकती है। सेवन से पहले किसी योग्य डॉक्टर से जांच और सलाह लेना जरूरी है।
डिस्क्लेमर: यह जानकारी केवल जागरूकता के लिए है। किसी भी तरह के सप्लीमेंट लेने या डाइट में बदलाव करने से पहले अपने डॉक्टर की राय जरूर लें।