Lok Sabha Elections 2024: इस बार 18वीं लोकसभा आम चुनाव के मद्देनजर NIC Haryana ने एक अनोखा मोबाइल ऐप और वेबसाइट तैयार की है। इसके उपयोग से मतदाता मतदान केंद्र पर मतदाताओं की कतार के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकता है और अपनी सुविधा के अनुसार बूथ पर जाकर वोट डाल सकता है।
DC एवं जिला निर्वाचन अधिकारी राहुल हुड्डा ने जानकारी देते हुए बताया कि NIC द्वारा बनाए गए एप को Haryana राज्य चुनाव आयोग ने मंजूरी दे दी है। इस ऐप को वोटर्स-इन-क्यू नाम दिया गया है। इस ऐप की EQMSHRY.NIC.in नाम से वेबसाइट भी बनाई गई है. फिलहाल इस वोटर ऐप का इस्तेमाल Haryana के करीब ढाई दर्जन विधानसभा क्षेत्रों में ही किया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि भारत निर्वाचन आयोग ने भी प्रयोग के तौर पर इस मोबाइल ऐप को अपनी मंजूरी दे दी है. उन्होंने बताया कि अगर मतदाता अपने क्षेत्र का नाम, मतदान केंद्र का नाम, मतदाता का नाम आदि मोबाइल ऐप पर फीड करेगा तो उसे एक OTP मिलेगा, जिसका उपयोग कर वह सीधे बूथ पर बीएलओ से जुड़ सकता है. हर घंटे या आधे घंटे में BLO ऐप में जानकारी देगा कि इस समय कितने लोग वोट डालने के लिए कतार में खड़े हैं।
वोटर-इन-क्यू ऐप को रेवाडी सहित विभिन्न हलकों में लॉन्च किया गया है।
जिला निर्वाचन अधिकारी राहुल हुड्डा ने बताया कि इस मोबाइल एप और वेबसाइट का प्रयोग पहली बार चुनाव में किया जा रहा है। इसका सबसे बड़ा फायदा यह है कि मतदाता को वोट डालने के लिए ज्यादा देर तक इंतजार नहीं करना पड़ेगा और भीड़ कम होते ही वह वोट डालने जा सकेगा। यदि यह प्रयोग सफल रहा तो भविष्य में इसे सभी विधानसभा क्षेत्रों में लागू किया जा सकता है। प्रारंभिक ट्रायल के तौर पर रेवाडी सहित गुरूग्राम, रोहतक, बहादुरगढ़, कैथल, झज्जर, रेवाडी, नारनौल, नूंह, पलवल, फरीदाबाद, बडख़ल, पंचकुला, अम्बाला कैंट, अम्बाला सिटी, यमुनानगर, थानेसर, करनाल, पानीपत और सोनीपत हलकों के मतदाताओं की राय ली गई। -इन-क्यू ऐप शुरू कर दिया गया है.
दृष्टिबाधित मतदाताओं की सुविधा के लिए चुनाव आयोग ब्रेल लिपि में EPIC कार्ड और फोटो मतदाता पर्चियां मुद्रित करेगा और EVM पर ब्रेल मतपत्र और पर्चियों की सुविधा भी उपलब्ध होगी। उपायुक्त एवं जिला निर्वाचन अधिकारी राहुल हुड्डा ने बताया कि दिव्यांग मतदाताओं को विभिन्न प्रकार की सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं, जिनमें व्हीलचेयर की व्यवस्था, मतदान केंद्रों पर रैंप और परिवहन सुविधाएं शामिल हैं।
उन्होंने कहा कि सभी दिव्यांग मतदाताओं को मतदान केंद्र तक लाने और वापस घर छोड़ने के लिए वाहन की सुविधा उपलब्ध करायी जायेगी तथा जो दिव्यांग मतदाता चलने में असमर्थ हैं, उन्हें व्हीलचेयर भी उपलब्ध करायी जायेगी. प्रत्येक मतदान केन्द्र पर रैम्प की भी व्यवस्था की जायेगी। इसके साथ ही उनकी सहायता के लिए NCC, NSS और रेड क्रॉस स्वयंसेवकों की भी व्यवस्था की जाएगी।
उन्होंने कहा कि दृष्टिबाधित मतदाता और दिव्यांग मतदाता जो मशीन का बटन दबाकर वोट डालने में असमर्थ हैं, वे वोट डालने के लिए अपने साथ एक साथी भी ले जा सकते हैं। सहयोगी की आयु 18 वर्ष या उससे अधिक होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि जो दिव्यांग मतदाता EVM का बटन दबाकर मतदान करने में सक्षम हैं, उनके साथ आने वाले सहायक दिव्यांग मतदाता को मतदान कक्ष तक ले जा सकते हैं, लेकिन सहायक मतदान कक्ष के अंदर नहीं जा सकते।