जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
देश की सुरक्षा और सीमाओं से जुड़ी कई बड़ी खबरें आज सामने आई हैं। जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद से जुड़ी गतिविधियों पर शिकंजा कसने के लिए पुलिस की स्टेट इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (SIA) ने शुक्रवार देर रात एक बड़ा एक्शन शुरू किया। सूत्रों के मुताबिक, SIA की टीमों ने सोपोर, बारामुला, हंदवाड़ा, गांदरबल और श्रीनगर समेत कई संवेदनशील इलाकों में छापेमारी की। यह कार्रवाई उन मामलों से जुड़ी है जो आतंकवाद और उससे जुड़ी फंडिंग की जांच से संबंधित हैं। शुक्रवार देर रात एजेंसी को संदिग्ध आतंकी मूवमेंट की जानकारी मिली थी, जिसके बाद कई ठिकानों पर यह सर्च ऑपरेशन शुरू हुआ।
वहीं दूसरी तरफ पाकिस्तान में एक बड़ा राजनीतिक और सैन्य बयान सामने आया है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने पहली बार सार्वजनिक रूप से स्वीकार किया है कि भारत ने 10 मई की रात करीब 2:30 बजे नूर खान एयरबेस और कुछ अन्य इलाकों पर बैलिस्टिक मिसाइलों से हमला किया। शरीफ ने कहा कि इस बारे में उन्हें खुद जनरल आसिम मुनीर ने सेफ लाइन पर कॉल करके जानकारी दी। हालांकि, पाकिस्तान ने दावा किया है कि उनकी वायुसेना ने देसी तकनीक और चीन से मिले आधुनिक जेट्स की मदद से इस हमले को नाकाम कर दिया और देश को एक बड़े नुकसान से बचा लिया।
इसी के साथ भारत ने एक और बड़ी कूटनीतिक पहल करते हुए अफगानिस्तान के ट्रकों को अटारी-वाघा बॉर्डर के रास्ते भारत में प्रवेश की अनुमति दी है। शुक्रवार को विशेष अनुमति के तहत 5 अफगानी ट्रक भारत में दाखिल हुए, जिनमें से चार में ड्राई फ्रूट्स और एक ट्रक में मुलट्ठी लदी हुई थी। इस बीच भारत सरकार ने पाकिस्तान को एक और झटका देने की तैयारी कर ली है। केंद्र सरकार अब भारत-पाक जल समझौते यानी ‘इंडस वाटर ट्रीटी’ के तहत मिलने वाले भारत के अधिकारों का पूरा इस्तेमाल करेगी। सरकार की योजना है कि चिनाब नदी से मिलने वाले पानी को अधिकतम इस्तेमाल में लाया जाए। इसके तहत रणबीर नहर को बढ़ाकर 120 किलोमीटर लंबा किया जाएगा। इससे जम्मू-कश्मीर के खेतों को सिंचाई के लिए अधिक पानी मिलेगा और पनबिजली उत्पादन भी बढ़ेगा। साथ ही कठुआ, रावी और परगवाल नहरों की सफाई का काम भी शुरू कर दिया गया है।
बता दें, जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कुपवाड़ा के तंगधार सेक्टर का दौरा किया और पाकिस्तान की ओर से की गई हालिया गोलीबारी से प्रभावित क्षेत्रों का जायजा लिया। उन्होंने स्थानीय लोगों से संवाद कर उनकी समस्याएं सुनी और भरोसा दिलाया कि सरकार उनकी मदद के लिए हर संभव प्रयास करेगी। सिन्हा ने यह भी कहा कि जिन लोगों को नुकसान हुआ है, उन्हें राहत दी जा रही है लेकिन पुनर्वास के लिए भारत सरकार से मदद लेकर एक बड़ी योजना बनाई जाएगी। वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने बयान जारी कर कहा है कि फिलहाल सीमा पर संघर्षविराम उल्लंघन की कोई नई रिपोर्ट नहीं है, लेकिन पाकिस्तान की फायरिंग से जो नुकसान हुआ है, उसकी रिपोर्ट तैयार की जा रही है ताकि प्रभावित लोगों को मुआवजा मिल सके।
इन घटनाओं के बीच हरियाणा और गुजरात में सेना के सम्मान में ‘तिरंगा यात्राएं’ निकाली गईं। हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने लाडवा में और गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने अहमदाबाद में इन यात्राओं में हिस्सा लिया और भारतीय सेना को सम्मान दिया।