जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मंगलवार को अपने निवास से ओंकारेश्वर प्रवास के लिए रवाना होने से पहले, सुरक्षा में तैनात मध्यप्रदेश पुलिस के डॉग स्क्वॉड के श्वानों लाली और डॉली को प्रेमपूर्वक दुलार कर उनकी निष्ठा और सेवा भाव की सराहना की। इस दौरान उन्होंने डॉग स्क्वॉड की कार्यप्रणाली, प्रशिक्षण पद्धति और उनके स्वास्थ्य परीक्षण की व्यवस्थाओं के संबंध में जानकारी प्राप्त की तथा आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए।
सुरक्षा में डॉग स्क्वॉड की अहम भूमिका
मुख्यमंत्री निवास की सुरक्षा व्यवस्था में मध्यप्रदेश पुलिस के विशेष रूप से प्रशिक्षित डॉग स्क्वॉड की तैनाती रहती है, जो पालीवार ड्यूटी करते हैं। इन जांबाज श्वानों को न केवल विस्फोटक और संदिग्ध वस्तुओं की पहचान करने के लिए प्रशिक्षित किया जाता है, बल्कि अपराधियों का सुराग लगाने, गंध पहचानने, और ट्रैकिंग में भी इनकी विशेषज्ञता होती है। डॉग स्क्वॉड का मुख्यालय भोपाल स्थित 23वीं बटालियन में है, जहां जर्मन शेफर्ड, डाबरमैन, लैब्राडोर जैसी विभिन्न विदेशी नस्लों के साथ-साथ अब देशी नस्लों के श्वानों को भी शामिल किया गया है।
डॉली और लाली का मुख्यमंत्री को अभिवादन
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव जब अपने वाहन की ओर बढ़ रहे थे, तभी डॉग स्क्वॉड के पुलिस जवान के साथ मौजूद लाली और डॉली ने अपने प्रशिक्षण के अनुरूप आदेशों का पालन करते हुए मुख्यमंत्री को अनुशासित ढंग से अभिवादन किया। यह देख मुख्यमंत्री ने दोनों श्वानों को प्रेमपूर्वक सहलाया और उनके प्रति स्नेह प्रकट किया। उन्होंने कहा कि “ये श्वान न केवल हमारी सुरक्षा में तैनात हैं, बल्कि इनकी निष्ठा और समर्पण हमें इंसानियत और सेवा का असली अर्थ सिखाते हैं।”