जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
देश की सबसे बड़ी जांच एजेंसी CBI ने एक बेहद चौंकाने वाला कदम उठाते हुए जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक समेत 6 लोगों के खिलाफ भ्रष्टाचार के गंभीर मामले में चार्जशीट दाखिल कर दी है। यह मामला करीब 2,200 करोड़ रुपए के कीरू हाइड्रोपावर प्रोजेक्ट से जुड़ा हुआ है, जिसमें सिविल वर्क्स के कॉन्ट्रैक्ट में भारी गड़बड़ी और कथित रिश्वतखोरी की बात सामने आई है।
CBI ने इसी केस को लेकर 22 फरवरी 2024 को दिल्ली और NCR के 29 ठिकानों पर एक साथ रेड डाली थी, जिसमें सत्यपाल मलिक के ठिकानों पर भी छापेमारी की गई थी। यह छानबीन अब उस मुकाम पर पहुंच गई है, जहाँ CBI ने न्यायालय में चार्जशीट दाखिल कर दी है और भ्रष्टाचार के पुख्ता सबूत पेश किए हैं।
यह मामला तब सबसे पहले सुर्खियों में आया था जब 17 अक्टूबर 2021 को राजस्थान के झुंझुनू में एक कार्यक्रम में खुद सत्यपाल मलिक ने यह दावा किया था कि जब वे जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल थे, उस दौरान उन्हें 300 करोड़ रुपये की रिश्वत का ऑफर मिला था। उन्होंने कहा था कि उनके पास दो संदिग्ध फाइलें आई थीं — एक फाइल एक बड़े कॉर्पोरेट घराने की थी और दूसरी महबूबा मुफ्ती की पार्टी के एक मंत्री से जुड़ी हुई थी। दोनों फाइलों में घोटाले के संकेत मिलने पर उन्होंने उन्हें रिजेक्ट कर दिया था।
सत्यपाल मलिक ने दावा किया था कि उन्हें इन डील्स को पास करने के बदले 150-150 करोड़ रुपये देने का ऑफर दिया गया था। उन्होंने कहा था कि “मैं किसान का बेटा हूं। पांच कुर्ता-पायजामे में आया हूं और उसी में चला जाऊंगा। रिश्वत नहीं लूंगा।”
CBI ने जम्मू-कश्मीर सरकार की सिफारिश पर अप्रैल 2022 में इस मामले में FIR दर्ज की थी और तब से लगातार जांच चल रही थी। अब जो चार्जशीट दाखिल की गई है, उसमें सीधे तौर पर कीरू हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट में हुए घोटाले और सिविल वर्क का 2200 करोड़ का टेंडर मनमाने ढंग से एक निजी कंपनी को देने के आरोप हैं।
इतना ही नहीं, CBI ने दो अलग-अलग मामलों में FIR दर्ज की थी। पहली FIR लगभग 60 करोड़ रुपए के इंश्योरेंस कॉन्ट्रैक्ट में कथित रिश्वतखोरी को लेकर थी, जो 2017-18 में जम्मू-कश्मीर स्वास्थ्य योजना (Health Insurance Scheme) के तहत जारी किया गया था। दूसरी FIR कीरू हाइड्रो प्रोजेक्ट (Kiru HEP) से संबंधित थी, जो 2019 में जारी की गई थी।
चार्जशीट की खबर के बाद अब सत्यपाल मलिक ने सोशल मीडिया पर बयान जारी करते हुए कहा कि वह इस वक्त अस्पताल में भर्ती हैं और किसी से बात करने की स्थिति में नहीं हैं। उन्होंने यह भी लिखा कि उन्हें शुभचिंतकों के फोन आ रहे हैं लेकिन वह जवाब देने की स्थिति में नहीं हैं।
गौरतलब है कि जब CBI ने फरवरी में रेड डाली थी, तब भी मलिक ने कहा था कि, “CBI ने मेरा घर छाना, लेकिन जिन पर मैंने आरोप लगाए थे, उन पर जांच नहीं हुई।” उन्होंने दावा किया था कि उनके पास छिपाने के लिए कुछ नहीं है, क्योंकि वह एक साधारण किसान परिवार से आते हैं।