जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
छतरपुर जिले के खजुराहो में स्थित ज्ञान गंगा स्कूल के हॉस्टल से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। यहाँ कक्षा दूसरी में पढ़ने वाले सात वर्षीय छात्र अनुराग पटेल की अचानक मौत हो गई। यह मामला सोमवार सुबह तब उजागर हुआ जब उसके रूममेट्स ने उसे उठाने की कोशिश की, लेकिन वह बिस्तर से नहीं उठा। इसके बाद सूचना स्कूल प्रबंधन तक पहुँची और फिर पुलिस को खबर दी गई।
पुलिस जांच और शुरुआती आशंका
मामले की जानकारी मिलते ही बमीठा थाना प्रभारी आशुतोष सिंह टीम के साथ मौके पर पहुँचे। उन्होंने बताया कि बच्चे के शरीर पर नीलेपन के निशान मिले हैं, जो कई आशंकाओं की ओर इशारा करते हैं। यह आंतरिक समस्या, दम घुटने, किसी जहरीले कीड़े के काटने या जहरीला पदार्थ खाने का मामला हो सकता है। हालांकि, मौत का सही कारण पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही स्पष्ट होगा। फिलहाल पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और परिजनों के बयान भी दर्ज किए जा रहे हैं।
परिजनों का दर्द: “रात तक बच्चा बिल्कुल स्वस्थ था”
अनुराग के पिता बबलू पटेल ने बताया कि उन्होंने एक महीने पहले ही बेटे का एडमिशन ज्ञान गंगा स्कूल में कराया था। हॉस्टल जैसी व्यवस्था में वह अन्य बच्चों के साथ रह रहा था। उन्होंने कहा—
“रविवार रात तक अनुराग बिल्कुल स्वस्थ था। सोमवार सुबह हमें स्कूल संचालक का कॉल आया कि उसकी तबीयत बिगड़ गई है। हम तुरंत पहुंचे तो पता चला कि वह अब इस दुनिया में नहीं रहा। हमारे बेटे को कोई बीमारी भी नहीं थी। अचानक उसकी मौत कैसे हो गई, यह समझ से परे है।”
स्कूल प्रबंधन का बयान
ज्ञान गंगा स्कूल के संचालक प्रमोद त्रिवेदी ने घटना पर सफाई देते हुए कहा कि उनका स्कूल औपचारिक रूप से हॉस्टल नहीं चलाता। लेकिन दूरदराज से पढ़ने आने वाले बच्चों की सुविधा के लिए उन्हें ठहराने और भोजन की व्यवस्था की जाती है। उन्होंने बताया कि रविवार रात बच्चे सामान्य रूप से खेलकूद और मस्ती कर रहे थे। लेकिन सोमवार सुबह जब देखा गया तो अनुराग मृत अवस्था में पाया गया।
“यह घटना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। हमारे यहाँ लगभग 45 बच्चे इसी तरह ठहरते हैं। बच्चे के शरीर पर किसी प्रकार की चोट के निशान नहीं मिले। आगे की जानकारी पोस्टमार्टम के बाद ही साफ होगी।”
जांच में जुटी पुलिस
फिलहाल पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और परिवार, स्कूल प्रबंधन व बच्चों से पूछताछ की जा रही है। बच्चे की मौत को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं भी तेज हो गई हैं। पुलिस हर एंगल से मामले की जांच कर रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि मौत प्राकृतिक थी या किसी लापरवाही/साजिश का नतीजा।