जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
हल्दी को भारतीय रसोई में एक औषधि के रूप में हमेशा से खास दर्जा मिला है। ये सिर्फ आपके खाने का स्वाद और रंग ही नहीं बढ़ाती बल्कि कई आयुर्वेदिक गुणों से भरपूर होती है। हल्दी में पाया जाने वाला सक्रिय तत्व करक्यूमिन (Curcumin) शरीर में सूजन को कम करने, रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाने और घाव जल्दी भरने में मदद करता है। यही वजह है कि हल्दी को सदियों से एक प्राकृतिक दवा माना जाता रहा है।
लेकिन अक्सर लोग यह भूल जाते हैं कि हर चीज का फायदा तभी है जब उसे सही मात्रा में और सही तरीके से लिया जाए। हल्दी भी कोई अपवाद नहीं है। अगर आप हल्दी को जरूरत से ज्यादा या बिना डॉक्टर की सलाह के अपनी डाइट में शामिल करते हैं, तो यह आपके शरीर के लिए कई परेशानियां खड़ी कर सकती है।
पेट की समस्याएं और गट हेल्थ पर असर
हल्दी की तासीर गर्म मानी जाती है। अगर आप इसे अधिक मात्रा में लेते हैं तो यह आपके पेट की सेहत पर बुरा असर डाल सकती है। ज्यादा हल्दी लेने से पेट में गैस, एसिडिटी, डायरिया या मरोड़ की समस्या हो सकती है। खासतौर पर गर्भवती महिलाओं को हल्दी के सेवन को लेकर विशेष सावधानी रखनी चाहिए और डॉक्टर की सलाह के बिना इसका सेवन नहीं करना चाहिए।
किडनी स्टोन का खतरा बढ़ सकता है
हल्दी में करक्यूमिन अच्छी-खासी मात्रा में मौजूद होता है, जो शरीर में ऑक्सलेट के स्तर को बढ़ा सकता है। ऑक्सलेट अधिक होने पर यह किडनी में जाकर कैल्शियम से मिलकर स्टोन (पथरी) बना सकता है। इसीलिए जिन लोगों को पहले से किडनी में स्टोन की समस्या है, या जिनमें इसकी आशंका हो, उन्हें हल्दी का सेवन सीमित रखना चाहिए।
डायबिटीज और लिवर के मरीज रहें सतर्क
अगर आपको डायबिटीज है, तो हल्दी आपके शुगर लेवल को प्रभावित कर सकती है। यह ब्लड शुगर को और कम कर सकती है जिससे कमजोरी, कंपकंपी या चक्कर आ सकते हैं। इसी तरह, जिन लोगों को लिवर से जुड़ी कोई बीमारी है, उन्हें भी हल्दी का सेवन शुरू करने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लेनी चाहिए।
हल्दी वाला दूध ज्यादा ना पिएं
आजकल हल्दी वाला दूध (टर्मरिक मिल्क) सेहतमंद ट्रेंड माना जाता है। लेकिन याद रखें कि दूध में ज्यादा हल्दी डालने से आपको बेचैनी, घबराहट या उल्टी जैसा एहसास हो सकता है। आयुर्वेद में भी सिर्फ चुटकी भर हल्दी को ही शरीर के लिए लाभकारी बताया गया है।
स्मार्ट हेल्थ टिप
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अगर आप रोज हल्दी लेना चाहते हैं तो एक दिन में 2-3 ग्राम (करीब आधा चम्मच) हल्दी पर्याप्त है।
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हल्दी को काली मिर्च के साथ लेना ज्यादा फायदेमंद माना जाता है क्योंकि काली मिर्च में मौजूद पाइपरीन करक्यूमिन के अवशोषण को कई गुना बढ़ा देता है।
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कोई भी हेल्थ प्रॉब्लम हो तो हल्दी को अपनी डाइट में नियमित करने से पहले डॉक्टर या आयुर्वेदाचार्य से सलाह जरूर लें।
डिस्क्लेमर:
इस लेख में दी गई जानकारियां सिर्फ सामान्य सूचना के लिए हैं। कोई भी घरेलू नुस्खा अपनाने या अपनी डाइट में बदलाव करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें। आपका शरीर अलग है, आपकी जरूरतें अलग हैं, इसलिए कोई भी कदम उठाने से पहले विशेषज्ञ की सलाह लेना सबसे अच्छा है।