जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
शिलॉन्ग की हसीन वादियां इस वक्त एक रहस्यमयी गुमशुदगी का गवाह बन गई हैं। इंदौर के ट्रांसपोर्ट कारोबारी राजा रघुवंशी और उनकी पत्नी सोनम रघुवंशी, जो कि हनीमून मनाने शिलॉन्ग पहुंचे थे, बीते तीन दिनों से लापता हैं। 24 मई से उनके परिवार का उनसे संपर्क टूट चुका है। इस बीच मंगलवार देर रात तक चली सर्चिंग में खाई के पास झाड़ियों में उनके दो बैग मिले, जिससे आशंका और गहरा गई है। अब बुधवार को एक बार फिर बड़े स्तर पर तलाशी अभियान चलाया जा रहा है।
परिवार की ओर से अर्पित चौहान ने बताया कि पुलिस लगातार सर्च ऑपरेशन में जुटी हुई है और इंदौर पुलिस भी शिलॉन्ग प्रशासन से लगातार संपर्क में है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने भी इस मामले को गंभीरता से लेते हुए मेघालय के मुख्यमंत्री कॉनराड संगमा से बात की है और तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही सांसद शंकर लालवानी भी बुधवार को शिलॉन्ग पहुंच चुके हैं और वहां पीड़ित परिवार से मिलकर पुलिस अधिकारियों से मुलाकात की है।
इस मामले में मेघालय के ईस्ट खासी हिल्स के एसपी विवेक सिएम ने बताया कि राजा और सोनम की आखिरी मोबाइल लोकेशन मावलखाइट गांव में पाई गई थी। दंपती ने 22 मई को स्थानीय गाइड के साथ नोंग्रियाट गांव में ‘लिविंग रूट्स ब्रिज’ देखा था और वहीं रात बिताई थी। इसके बाद से वे लापता हैं। पुलिस ने बताया कि जिस डबल डेकर रूट पर वे गए थे, वह पहाड़ियों और घने जंगलों से घिरा खतरनाक इलाका है, जहां पहले भी पर्यटकों की मौत हो चुकी है।
सर्च ऑपरेशन के लिए 50 से ज्यादा लोगों की टीम गठित की गई है, जिसमें हर टीम में 10 सदस्य हैं। स्थानीय लोग, विलेज डिफेंस पार्टी के सदस्य और पुलिस इस अभियान में शामिल हैं। बुधवार को अतिरिक्त लोगों को भी सर्चिंग में लगाया गया है।
दंपती ने 22 मई को शिलॉन्ग के कीटिंग रोड स्थित सागर सेन सामल से एक्टिवा किराए पर ली थी, जो 23 मई को सोहरारिम इलाके में गोल्डन पाइंस ढाबे के पास लावारिस हालत में मिली। एक्टिवा की चाबी उसी में लगी थी और वह खाई के पास खड़ी थी। यह जगह शिलॉन्ग और चेरापूंजी (सोहरा) के बीच स्थित है और दुनिया के सबसे अधिक वर्षा वाले क्षेत्रों में गिनी जाती है।
खास बात यह है कि एक्टिवा मिलने के बाद सोनम के भाई गोविंद ने गूगल मैप और फोटो की मदद से लोकेशन ट्रेस की और स्थानीय एजेंसी से संपर्क किया। इस दौरान उन्हें उस रेंटल एजेंसी का पता चला, जिसने राजा और सोनम को एक्टिवा किराए पर दी थी। एजेंसी ने पहले फोटो भेजा और कुछ देर बाद उसे डिलीट कर दिया, जिससे शक गहराता चला गया।
दंपती की गुमशुदगी को लेकर परिजन शिलॉन्ग पहुंच चुके हैं। इंदौर से क्राइम ब्रांच के डीसीपी राजेश त्रिपाठी भी इस केस में सक्रिय हैं और शिलॉन्ग पुलिस से लगातार अपडेट ले रहे हैं। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के साथ-साथ मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने भी इस घटना की जानकारी केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को दी है।
घटना की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन अब सर्च ऑपरेशन को जंगल के और अंदर तक फैला रहा है। जानकारी के अनुसार, ओसरा हिल्स क्षेत्र जहां एक्टिवा मिली थी, वह संवेदनशील इलाका माना जाता है और यहां पहले भी लूटपाट की घटनाएं सामने आ चुकी हैं। वहीं, खाई के पास ओरसा नामक एक रिसॉर्ट भी है, जिसे अपराधियों का अड्डा कहा जाता है।
संपर्क टूटने के बाद से राजा के भाई सचिन और सोनम के भाई गोविंद दोनों तुरंत इंदौर से शिलॉन्ग पहुंचे हैं। सचिन ने बताया कि भाषा की समस्या के कारण पुलिस से तालमेल बिठाने में उन्हें कठिनाई हो रही थी, जिसके चलते इंदौर पुलिस से मदद मांगी गई। अब उम्मीद की जा रही है कि राज्य सरकारों और पुलिस की संयुक्त कोशिशों से जल्द ही इस रहस्य से पर्दा उठेगा और दंपती का कोई सुराग मिलेगा।