जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
इंदौर से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक 30 वर्षीय महिला ने 61 वर्षीय बुजुर्ग को अपने प्रेमजाल में फंसा कर न केवल उनका शारीरिक शोषण किया, बल्कि उनका अश्लील वीडियो बनाकर उन्हें ब्लैकमेल करते हुए करीब 24 लाख रुपए की ठगी कर डाली। यह शर्मनाक घटना कनाडिया थाना क्षेत्र की है, जहां पीड़ित मदन सिंह नाम के बुजुर्ग ने आखिरकार हिम्मत जुटाकर पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी महिला को गिरफ्तार कर लिया है और उसके खातों में मौजूद 19 लाख रुपए फ्रीज कर दिए हैं।
पूरे मामले की शुरुआत हुई एक ग्रॉसरी स्टोर से, जो पीड़ित की दुकान पर किराए से चलता था। वहां महिला एक कर्मचारी के रूप में काम करती थी और यहीं से उसने बुजुर्ग को अपने जाल में फंसाना शुरू किया। पहले तो महिला ने बातों-बातों में उन्हें अपनी तरफ आकर्षित किया, फिर लगातार संपर्क बढ़ाया और एक दिन उन्हें उज्जैन घूमने के बहाने बुला लिया। पीड़ित को विश्वास में लेकर महिला ने उनकी ही कार से उन्हें उज्जैन ले जाकर एक होटल में रुकवाया, जहां उसने उनके साथ संबंध बनाए। लेकिन असली साजिश तो यहीं से शुरू हुई — महिला ने होटल के कमरे में चुपके से फोटो और वीडियो रिकॉर्ड कर लिए।
इसके बाद शुरू हुआ ब्लैकमेलिंग का खौफनाक खेल। महिला ने अश्लील वीडियो दिखाकर पीड़ित को बार-बार धमकाना शुरू किया — अगर पैसे नहीं दिए तो वीडियो को सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया जाएगा। अपने सामाजिक सम्मान और पारिवारिक प्रतिष्ठा को बचाने के लिए बुजुर्ग बार-बार उसकी मांगें मानते रहे। दो साल में उन्होंने लगभग 24 लाख रुपए महिला को दे दिए। लेकिन अंत में जब ब्लैकमेलिंग हद पार करने लगी तो उन्होंने पुलिस की शरण ली।
थाना प्रभारी सहर्ष यादव के अनुसार, पुलिस जांच में पीड़ित के सारे आरोप सच साबित हुए हैं। महिला ने पूछताछ में अपना अपराध भी स्वीकार कर लिया है। पुलिस ने तुरंत उसके बैंक खातों को सील करते हुए 19 लाख रुपए होल्ड करा लिए हैं। अब इस मामले की गहराई से जांच की जा रही है।
जांच में एक और हैरान कर देने वाला खुलासा हुआ है — आरोपी महिला पहले भी एक युवक पर रेप का मामला दर्ज करा चुकी है, लेकिन बाद में कोर्ट में बयान बदलकर केस से पलट गई थी। यानी यह महिला पहले भी ऐसे मामलों में शामिल रही है और अब पुलिस को शक है कि उसने और भी लोगों को इसी तरह फंसाया हो सकता है।
पुलिस की प्रारंभिक जांच में यह भी सामने आया है कि महिला सुनियोजित तरीके से संपन्न और इज्जतदार पारिवारिक पुरुषों को निशाना बनाती थी। वह उनकी सामाजिक छवि, आर्थिक स्थिति और पारिवारिक प्रतिष्ठा का फायदा उठाकर उन्हें जाल में फंसाती थी। इस केस में भी पीड़ित का पारिवारिक और आर्थिक स्तर अच्छा था, इसी कारण वह महिला की साजिश का शिकार बन गए। फिलहाल पुलिस यह पता लगाने में जुटी है कि क्या महिला ने और लोगों को भी इसी तरह ब्लैकमेल कर ठगा है।