इंदौर ट्रांसजेंडर कांड: किन्नर बोला – “मेरी मर्जी के बिना किया लिंग परिवर्तन, एचआईवी संक्रमित किया गया”, मां की हत्या तक के लगाए गंभीर आरोप; SIT कर रही जाँच!

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जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:

मध्यप्रदेश के इंदौर में इन दिनों एक ऐसा मामला सामने आया है जिसने ना सिर्फ प्रशासन को हिला दिया है बल्कि समाज के उस हिस्से की भयावह सच्चाई को भी उजागर कर दिया है जिसे अक्सर नजरअंदाज कर दिया जाता है – ट्रांसजेंडर समुदाय। इंदौर के किन्नर समाज में बीते कुछ हफ्तों से एक गंभीर विवाद चल रहा है, जिसमें जबरन धर्मांतरण, एचआईवी संक्रमित करने, अपहरण, शारीरिक उत्पीड़न और यहां तक कि हत्या जैसे संगीन आरोप लगाए जा रहे हैं।

मामला तब और गंभीर हो गया जब किन्नर गुरु सपना की शिकायत के बाद, उनके गुट से अलग हुए एक अन्य किन्नर ने चौंकाने वाले खुलासे किए। इस किन्नर ने दावा किया है कि नईम अंसारी उर्फ पायल हाजी और सीमा हाजी ने न केवल उसे जबरदस्ती अपने डेरे में शामिल किया, बल्कि उसका प्राइवेट पार्ट भी कटवा दिया। यही नहीं, आरोप है कि इस किन्नर को एचआईवी का इंजेक्शन भी जबरन लगवाया गया और उसकी मां को जहर देकर मार डाला गया।

बयान के अनुसार, यह घटना 31 मई 2025 को शुरू हुई जब किन्नर का कथित रूप से अंजनी नगर से अपहरण कर लिया गया। उसे नंदलालपुरा ले जाकर न केवल शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया गया, बल्कि कोर्ट में कोरे कागजों और झूठे दस्तावेज़ों पर अंगूठा लगवाया गया। दबाव बनाया गया कि वह सपना गुरु के खिलाफ झूठी शिकायत करे। इस किन्नर ने दावा किया कि यदि उसने मना किया तो उसकी मां को जान से मारने की धमकी दी गई।

आरोप यहीं नहीं थमे। पीड़िता के मुताबिक, पायल हाजी और उसके सहयोगियों ने उसकी मां को उसके घर से जबरन उठाकर नंदलालपुरा ले जाया और वहां उसे जहर दे दिया। गंभीर हालत में मां को घर छोड़ा गया और फिर परिजन उन्हें अस्पताल ले गए, जहां हालत बिगड़ने पर एमवाय अस्पताल रेफर किया गया। वहां 9 जुलाई को उनकी मौत हो गई। इस दौरान डर के कारण किन्नर न अपनी मां से मिल पाई और न ही अंतिम संस्कार में जा सकी।

सबसे भयावह आरोप यह है कि किन्नर को पुणे ले जाकर एक निजी अस्पताल में उसका जबरन लिंग परिवर्तन किया गया। यह सर्जरी उसकी मर्जी के बिना करवाई गई और साथ ही उसके भाइयों को धमकाया गया, मारा गया और उस पर दोबारा डेरे में लौटने का दबाव बनाया गया। एचआईवी का इंजेक्शन लगवाने और उसके उपचार के दस्तावेज छीन लिए जाने का भी आरोप लगाया गया है ताकि वह किसी सरकारी अस्पताल में इलाज न करवा सके।

14 जुलाई को, यह किन्नर विहिप पदाधिकारी और वकील सचिन सोनकर के साथ विजयनगर थाने पहुंचा और सिलसिलेवार तरीके से अपने बयान दर्ज कराए। उसने स्पष्ट कहा कि उसे जान का खतरा है और यदि भविष्य में उसके साथ किसी भी प्रकार की दुर्घटना होती है, तो उसकी पूरी जिम्मेदारी नईम उर्फ पायल हाजी, सीमा और उनके सहयोगियों पर होगी। इस पूरे प्रकरण की जांच अब एसआईटी के हाथों में है।

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