जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच सुरक्षा एजेंसियों ने अब तक का सबसे बड़ा एक्शन लिया है। देश के 8 राज्यों — जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, गुजरात, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश — के 29 एयरपोर्ट्स को 10 मई तक के लिए बंद कर दिया गया है। इंडिगो, एअर इंडिया, आकासा और स्पाइसजेट जैसी एयरलाइनों ने श्रीनगर, जम्मू, अमृतसर, लेह, चंडीगढ़, जोधपुर, बीकानेर और कई अन्य शहरों की उड़ानें रद्द कर दी हैं। अकेले इंडिगो ने 165 फ्लाइट्स कैंसिल की हैं।
इंडिगो और एयर इंडिया की सभी प्रमुख उड़ानें रद्द
इंडिगो एयरलाइन ने 11 शहरों की सभी उड़ानें 10 मई की सुबह तक रद्द कर दी हैं, जिनमें ग्वालियर, किशनगढ़, राजकोट और धर्मशाला भी शामिल हैं। एयर इंडिया ने 9 शहरों के लिए फ्लाइट ऑपरेशंस बंद कर दिए हैं। यात्रियों से अपील की गई है कि वे फ्लाइट से 3 घंटे पहले एयरपोर्ट पहुंचे और पैनिक बुकिंग या अफवाहों से बचें। सिविल एविएशन विभाग की नई एडवाइजरी में कहा गया है कि सभी यात्रियों को डबल सिक्योरिटी चेक से गुजरना होगा।
वहीं, 6 मई की रात भारत ने पाकिस्तान और पीओके में 9 आतंकी ठिकानों पर एयरस्ट्राइक की। रिपोर्ट्स के मुताबिक इन हमलों में 100 से ज्यादा आतंकी मारे गए। इसके बाद बॉर्डर से सटे राज्यों में जबरदस्त सुरक्षा बढ़ा दी गई है। पंजाब, राजस्थान, जम्मू-कश्मीर, गुजरात, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के कई जिलों में स्कूल-कॉलेज और कोचिंग संस्थानों को बंद कर दिया गया है। उधर, पंजाब के 6 जिलों में अगले आदेश तक स्कूल-कॉलेज बंद हैं। सभी आईएएस अधिकारियों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं। पंजाब पुलिस के जवानों की छुट्टियां भी रोक दी गई हैं। राजस्थान के 5 बॉर्डर जिलों — श्रीगंगानगर, बीकानेर, जैसलमेर, जोधपुर और बाड़मेर — में स्कूल और कॉलेज बंद कर दिए गए हैं। आतिशबाजी और ड्रोन उड़ाने पर भी रोक लगा दी गई है।
इंडियन ऑयल का बयान – देश में पेट्रोल-डीजल का पर्याप्त स्टॉक
देशभर में ईंधन सप्लाई को लेकर बढ़ती चिंताओं के बीच इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (IOCL) ने कहा है कि भारत में पेट्रोल-डीजल की कोई कमी नहीं है। कंपनी ने पैनिक बाइंग से बचने की अपील की है। उनका कहना है कि हमारी सप्लाई लाइन पूरी तरह सामान्य है और किसी भी प्रकार का संकट नहीं है।
बता दें, लेह और लद्दाख में ड्रोन और UAV उड़ाने पर पूरी तरह प्रतिबंध है। गुजरात के 18 जिलों को हाई अलर्ट पर रखा गया है, खासकर कच्छ और बनासकांठा जैसे सीमावर्ती क्षेत्रों में ब्लैक आउट लागू किया गया है। सोमनाथ, द्वारका और अंबाजी जैसे धार्मिक स्थलों की सुरक्षा Z+ लेवल पर पहुंचा दी गई है। हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले के स्कूल-कॉलेज भी बंद कर दिए गए हैं। वहीं, उत्तर प्रदेश में KGMU और SGPGI जैसे संस्थानों को हाई अलर्ट पर रखा गया है। डॉक्टरों की छुट्टियां रद्द की गई हैं और बॉर्डर जिलों में रातभर सघन चेकिंग की जा रही है। मध्य प्रदेश में इंदौर में सभी कार्यक्रम प्रतिबंधित हैं। ग्वालियर के 66 वार्डों में सायरन सिस्टम इंस्टॉल किया जा रहा है। उत्तराखंड सरकार ने 12,000 बेड, ICU और वेंटिलेटर तैयार रखे हैं और सभी मेडिकल स्टाफ की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं।
‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद केंद्र सरकार ने सभी संवेदनशील राज्यों को अलर्ट पर रखा है। रक्षा मंत्रालय और गृह मंत्रालय की ओर से लगातार समीक्षा बैठकें की जा रही हैं। CDS, थलसेना प्रमुख और एयरफोर्स चीफ के साथ अहम मीटिंग में सीमा और हवाई सुरक्षा को लेकर रणनीति बनाई गई है। एयरस्पेस को सुरक्षित रखने के लिए DRDO और एयर डिफेंस यूनिट को तैनात किया गया है।