जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
अगर आपका वजन अचानक बढ़ रहा है और आपको ऐसा लग रहा है कि यह आपके नियंत्रण से बाहर हो रहा है, तो यह सिर्फ सामान्य बदलाव नहीं हो सकता। यह पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (PCOS) का संकेत भी हो सकता है। मई माह PCOS अवेयरनेस मंथ के रूप में मनाया जा रहा है, ऐसे में महिलाओं के लिए यह जरूरी है कि वे इस सिंड्रोम के लक्षणों को समझें और अपनी लाइफस्टाइल में जरूरी बदलाव करें।
पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (PCOS) के मुख्य लक्षण
वजन बढ़ना PCOS का एक प्रमुख लक्षण है। इसके अलावा अनियमित मासिक धर्म, मासिक धर्म का रुकना या देरी होना, शरीर या चेहरे पर अतिरिक्त बालों का उगना, बालों का झड़ना और मुंहासे जैसे लक्षण भी इस बीमारी की ओर इशारा कर सकते हैं। यदि आप इनमें से कोई भी लक्षण महसूस कर रही हैं, तो डॉक्टर से परामर्श लेना बेहद जरूरी है।
PCOS में क्या खाएं – लाभदायक फूड्स
क्लिनिकल न्यूट्रिशनिस्ट और हेल्थ कोच डॉ. निधि निगम के अनुसार, PCOS में हाई फाइबर और लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले फूड्स का सेवन लाभदायक होता है। इनमें शामिल हैं:
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अनाज और दालें: ओट्स, ब्राउन राइस, राजमा, दाल, छोले
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सब्जियां: ब्रोकली, पालक, मेथी, लौकी, करेला
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फल: सेब, अमरूद, बेरीज (लो GI वाले)
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प्रोटीन और हेल्दी फैट्स: अंडा, मछली, चिकन, पनीर, टोफू, दही
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सुपरफूड्स और बीज: बादाम, अखरोट, चिया सीड्स, कद्दू के बीज, एवोकाडो, ऑलिव ऑइल
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जड़ी-बूटियां और मसाले: दालचीनी, मेथी दाना, हल्दी
इन फूड्स का सेवन शरीर में इंसुलिन सेंसिटिविटी बढ़ाने, हार्मोनल बैलेंस सुधारने और वजन कंट्रोल करने में मदद कर सकता है।
PCOS में किन चीजों से परहेज करें
PCOS में कुछ फूड्स और ड्रिंक्स से बचना बेहद जरूरी है। इनमें शामिल हैं:
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रिफाइंड कार्ब्स और शुगर युक्त फूड्स: सफेद ब्रेड, मैदा, शुगरी ड्रिंक्स
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फ्राइड और प्रोसेस्ड फूड्स: चिप्स, पकौड़े, फास्ट फूड्स
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रेड और प्रोसेस्ड मीट
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अत्यधिक कैफीन और अल्कोहल
डॉ. निधि निगम के अनुसार इन चीजों से परहेज करने से हार्मोनल असंतुलन कम होता है और PCOS से जुड़ी समस्याओं को कंट्रोल करने में मदद मिलती है।
हेल्थ अलर्ट और सावधानियां
यह ध्यान रखना जरूरी है कि PCOS एक हार्मोनल और मेटाबॉलिक समस्या है। इसलिए केवल डाइट बदलना पर्याप्त नहीं है। नियमित व्यायाम, पर्याप्त नींद, स्ट्रेस मैनेजमेंट और डॉक्टर से नियमित चेकअप PCOS प्रबंधन का अहम हिस्सा हैं।
डिस्क्लेमर: इस आर्टिकल में दी गई जानकारी केवल सामान्य जागरूकता के लिए है। किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने, डाइट में बदलाव करने या बीमारी से संबंधित उपाय अपनाने से पहले हमेशा अपने डॉक्टर या योग्य स्वास्थ्य विशेषज्ञ से परामर्श लें।