जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
मध्यप्रदेश के छतरपुर जिले से एक बार फिर समाज की सोच को झकझोर देने वाला मामला सामने आया है। जिले के नौगांव तहसील क्षेत्र के एक गांव की दो युवतियों ने आपस में समलैंगिक शादी रचाई है। 21 और 24 वर्ष की इन युवतियों ने अपने प्रेम संबंध को सार्वजनिक रूप से स्वीकार करते हुए कोर्ट में शपथ-पत्र देकर साथ रहने की कानूनी सहमति दे दी। उन्होंने स्पष्ट कहा है कि अब उनका परिवार से कोई नाता नहीं है और वे पूरी जिंदगी एक-दूसरे के साथ बिताना चाहती हैं।
ये मामला तब सामने आया जब दोनों युवतियां अचानक घर से लापता हो गईं और परिजनों ने नौगांव थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस जब जांच में जुटी तो खुद युवतियां थाने पहुंच गईं और साफ कहा कि वे एक-दूसरे से प्रेम करती हैं, शादी कर चुकी हैं और साथ रहना चाहती हैं। उन्होंने परिवार से जान का खतरा भी जताया और सुरक्षा के लिए पुलिस और कोर्ट की शरण ली।
इस समलैंगिक जोड़े में से एक 21 वर्षीय युवती ने शपथ पत्र में कहा, “मैं बालिग हूं, शिक्षित हूं और मानसिक रूप से सक्षम हूं। यह रिश्ता मेरी मर्जी का है। परिवार वालों को नहीं बताया क्योंकि वे इस रिश्ते को स्वीकार नहीं करते। अब उनका मेरे जीवन से कोई संबंध नहीं है। अगर भविष्य में कोई विवाद होता है तो मैं खुद जिम्मेदार रहूंगी।”
दूसरी युवती ने बताया कि वह 12वीं पास है और दोनों ने दो साल पहले 9 दिसंबर 2023 को मंदिर के पास शादी कर ली थी, लेकिन तब से अलग-अलग अपने घरों में रह रही थीं। अब परिवार से मिल रही प्रताड़ना और सामाजिक अस्वीकार्यता के कारण उन्होंने एक साथ रहने और कानूनी सुरक्षा लेने का रास्ता चुना है।
थाना प्रभारी सटीक सिंह ने बताया कि दोनों युवतियां सुरक्षा की मांग को लेकर थाने आई थीं। परिजनों ने एक दिन पहले उनकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी, लेकिन अब तक किसी ने विवाह या सहजीवन को लेकर कोई आपत्ति या शिकायत दर्ज नहीं कराई है।
गौरतलब है कि छतरपुर जिले में यह समलैंगिक विवाह का पहला मामला नहीं है। इससे पहले मार्च में भी एक ऐसा मामला सामने आया था, जब दौरिया गांव की 23 वर्षीय सोनम यादव और असम की रहने वाली मानसी वर्मन ने पुलिस की मौजूदगी में थाने के बाहर शादी की थी। तब भी परिवारों ने विरोध जताया था, लेकिन युवतियों ने अपने प्यार और स्वतंत्रता के अधिकार को सर्वोपरि रखते हुए साथ रहने का फैसला किया था।