जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
भोपाल में आयोजित मंत्रि-परिषद की बैठक से पहले मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने प्रदेश के विकास, किसान हितों और सामाजिक कल्याण से जुड़े अनेक महत्वपूर्ण फैसलों की जानकारी साझा की। उन्होंने बताया कि राज्य शासन ने किसानों के हित में न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर मूंग और उड़द के उपार्जन का ऐतिहासिक निर्णय लिया है। इससे प्रदेश के लाखों किसानों को सीधा लाभ मिलेगा।
मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रदेश के 36 मूंग उत्पादक जिलों में 8,682 रुपए प्रति क्विंटल की दर से मूंग और 13 उड़द उत्पादक जिलों में 7,400 रुपए प्रति क्विंटल की दर से उड़द खरीदी जाएगी। इसके लिए कृषक 19 जून से 6 जुलाई तक पंजीयन करा सकेंगे, जिसके बाद 7 जुलाई से 6 अगस्त तक उपार्जन किया जाएगा। यह निर्णय खरीफ मौसम के पहले किसानों को बड़ा संबल देने वाला साबित होगा।
इसके साथ ही, मुख्यमंत्री ने राज्य में निवेश और रोजगार को बढ़ावा देने की दिशा में चल रही गतिविधियों की भी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि गंगा दशमी के अवसर पर उज्जैन में वैलनेस पर केंद्रित एक भव्य आयोजन सफलतापूर्वक संपन्न हुआ है। इसी क्रम में 27 जून को रतलाम में “एमएसएमई डे” के अवसर पर क्षेत्रीय उद्योगों और रोजगार पर एक समिट आयोजित की जा रही है, जो स्थानीय व्यवसायियों और युवाओं के लिए कई अवसर लेकर आएगी। साथ ही, 7 जुलाई को लुधियाना में राष्ट्रीय एमएसएमई इंटरएक्टिव सेशन में मध्यप्रदेश की भागीदारी भी सुनिश्चित की गई है, जो राज्य के एमएसएमई सेक्टर को राष्ट्रीय मंच से जोड़ने का कार्य करेगी।
भोपाल मेट्रो परियोजना पर मुख्यमंत्री ने बताया कि मेट्रो के पहले चरण का लोकार्पण सितम्बर 2025 तक किया जाएगा। इसके लिए प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी से लोकार्पण हेतु आमंत्रण भेजा जाएगा। यह मेट्रो परियोजना शहरी परिवहन को आधुनिक स्वरूप देने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।
लाड़ली बहना योजना के अंतर्गत मुख्यमंत्री ने एक और राहत की घोषणा की। उन्होंने कहा कि रक्षाबंधन के अवसर पर बहनों को 250 रुपए अतिरिक्त राशि का भुगतान किया जाएगा, जिससे त्यौहार को और भी खुशहाल बनाया जा सकेगा। यह महिला सशक्तिकरण की दिशा में सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
21 जून को मनाए जाने वाले अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री ने “योग संगम” नामक विशेष आयोजन की घोषणा की। उन्होंने सभी नगरीय निकायों, पंचायतों और वार्ड स्तर पर व्यापक भागीदारी के साथ योग कार्यक्रम आयोजित करने के निर्देश दिए, ताकि मध्यप्रदेश इस अवसर पर देशभर में एक नया रिकॉर्ड स्थापित कर सके।
पर्यटन क्षेत्र पर भी मुख्यमंत्री ने उत्साहवर्धक आंकड़े साझा किए। उन्होंने बताया कि वर्ष 2024 में राज्य में 13.41 करोड़ पर्यटक आए, जो वर्ष 2023 की तुलना में 19.6 प्रतिशत अधिक है। साथ ही, 1.67 लाख विदेशी पर्यटक भी इस दौरान मध्यप्रदेश पधारे, जिससे यह स्पष्ट होता है कि पर्यटन के क्षेत्र में प्रदेश तेजी से राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मानचित्र पर उभर रहा है।
बैठक के अंत में मुख्यमंत्री ने मंत्रियों को निर्देश दिए कि वे अपने-अपने विभागों की जन कल्याणकारी योजनाओं की गहराई से समीक्षा करें और उन्हें और अधिक प्रभावी बनाने के लिए ठोस सुझाव साझा करें, ताकि शासन की योजनाओं का सीधा लाभ जनता को मिल सके।