जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) ने क्रिकेट के नियमों में बड़ा बदलाव करते हुए बाउंड्री कैच, वनडे में दो नई गेंदों और कन्कशन सब्स्टीट्यूट से जुड़े नियमों को अपडेट कर दिया है। इन नए नियमों का सीधा असर खिलाड़ियों की रणनीति, मैदान पर फील्डिंग के तरीके और मैच के परिणामों पर भी पड़ेगा।
बात करें सबसे बड़े बदलाव की तो अब बाउंड्री लाइन पर ‘एरियल असिस्टेड कैच’ यानी हवा में गेंद को बाउंड्री के बाहर-भीतर उछालकर कैच पकड़ना आसान नहीं रहेगा। इस नियम को लेकर 2023 में बिग बैश लीग में माइकल नेसेर और 2020 में मैथ्यू वेड से जुड़ी घटनाओं पर काफी विवाद हुआ था।
अब ICC ने स्पष्ट किया है कि —
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अगर कोई खिलाड़ी गेंद को बाउंड्री के अंदर रहते हुए उछालता है और फिर खुद बाउंड्री के बाहर जाकर गेंद को फिर से हवा में उछालकर अंदर आकर कैच करता है — तो अब इसे वैध कैच नहीं माना जाएगा।
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वहीं, अगर कोई खिलाड़ी हवा में रहते हुए बाउंड्री के बाहर से गेंद को अंदर फेंकता है और उसका साथी खिलाड़ी कैच करता है, तो कैच तभी वैध होगा जब पहला खिलाड़ी गेंद को उछालते वक्त बाउंड्री के अंदर हो।
ICC ने यह नियम MCC (मेलबर्न क्रिकेट क्लब) की सिफारिश पर बनाया है, जो इसे अक्टूबर 2026 से लागू करेगा, लेकिन ICC इसे 17 जून से शुरू हो रही श्रीलंका-बांग्लादेश टेस्ट सीरीज से लागू करने जा रहा है।
इसके अलावा, वनडे क्रिकेट को लेकर भी एक बड़ा बदलाव हुआ है। अब वनडे में 2 नई गेंदों के इस्तेमाल को लेकर नया नियम लागू किया गया है —
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34 ओवर तक दोनों छोर से अलग-अलग गेंदों का उपयोग होगा।
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35वें ओवर से 50वें ओवर तक फील्डिंग टीम दोनों गेंदों में से किसी एक गेंद का चयन करेगी, जो दोनों छोर से उपयोग की जाएगी।
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अगर कोई वनडे मैच 25 ओवर से कम का होता है, तो दोनों पारियों में केवल 1-1 गेंद का इस्तेमाल होगा।
यह नियम भी 2 जुलाई से श्रीलंका-बांग्लादेश वनडे सीरीज में लागू होगा।
एक और अहम बदलाव हुआ है कन्कशन सब्स्टीट्यूट के नियम में। अब टीमों को मैच शुरू होने से पहले 5 संभावित रिप्लेसमेंट खिलाड़ियों के नाम रेफरी को देने होंगे, जिनमें एक विकेटकीपर, एक बल्लेबाज, एक स्पिनर, एक तेज गेंदबाज और एक ऑलराउंडर शामिल होगा। पहले यह तय नहीं होता था और मैच के दौरान ही रिप्लेसमेंट तय किया जाता था।
इन सभी बदलावों का मकसद क्रिकेट को और ज्यादा सुरक्षित, निष्पक्ष और रोमांचक बनाना है। साथ ही यह स्पष्टता भी लाएगा, जिससे खिलाड़ी और दर्शक दोनों नियमों को लेकर भ्रमित न हों। अब देखना होगा कि श्रीलंका और बांग्लादेश के बीच आगामी मुकाबले में इन नए नियमों का असर किस तरह से मैदान पर नजर आता है।