‘रेप केस में फंसा दूंगी’—सुसाइड नोट में भूपेंद्र ने लिखा इति तिवारी का नाम: इंदौर का हाई-प्रोफाइल सुसाइड केस, पब संचालक भूपेंद्र ने 4 सुसाइड नोट छोड़े; महिला मित्र पर लगे ब्लैकमेलिंग के आरोप

You are currently viewing ‘रेप केस में फंसा दूंगी’—सुसाइड नोट में भूपेंद्र ने लिखा इति तिवारी का नाम: इंदौर का हाई-प्रोफाइल सुसाइड केस, पब संचालक भूपेंद्र ने 4 सुसाइड नोट छोड़े; महिला मित्र पर लगे ब्लैकमेलिंग के आरोप

जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:

इंदौर के चर्चित पब संचालक भूपेंद्र रघुवंशी (45) की आत्महत्या ने पूरे शहर को हिला दिया है। मामला धीरे-धीरे हाई-प्रोफाइल बनता जा रहा है क्योंकि इस केस में लगातार नए नाम सामने आ रहे हैं। पुलिस ने अब तक गार्ड सौरभ और ड्राइवर शुभम शर्मा से पूछताछ की है, जिन्होंने कई चौंकाने वाले दावे किए हैं। दोनों के अनुसार, भूपेंद्र को लंबे समय से उनकी महिला मित्र इति तिवारी द्वारा ब्लैकमेल किया जा रहा था।

दो साल से चल रहा था रिश्ता, मुंबई से आती थी इति

गार्ड और ड्राइवर के बयान के मुताबिक, इति पिछले दो साल से भूपेंद्र के साथ रिलेशनशिप में थी। जब भी वह इंदौर आती, अपनी बहन शिवांगी के घर रुकती और भूपेंद्र से मिलती। ड्राइवर शुभम का कहना है कि इति अक्सर शहर की हाई-प्रोफाइल पार्टियों और पब में शामिल होती थी। चैत्र नवरात्रि के दौरान भी वह इंदौर आई थी और एक पब में पार्टी के दौरान नशे की हालत में दिखी थी।

ब्लैकमेलिंग के आरोप, 25 लाख रुपए में हुआ था समझौता

भूपेंद्र के करीबी शुभम और गार्ड सौरभ ने पुलिस को बताया कि इति कई बार उन्हें रेप केस में फंसाने की धमकी देती थी। एक बार मामला इतना बढ़ गया कि बिजनेस पार्टनर श्रीकांत और दोस्त दीपेश मोटवानी ने बीच-बचाव कर 25 लाख रुपए में समझौता कराया। भूपेंद्र ने यह रकम चुका भी दी थी। इसके बावजूद इति का दबाव और धमकियां जारी रहीं।

सहेली अरिशा की भूमिका भी संदिग्ध

सौरभ ने पुलिस को बताया कि इति की दोस्त आरजे अरिशा जैन भी हर जगह उसके साथ मौजूद रहती थी। पार्टियों से लेकर फार्महाउस तक, अरिशा उसकी साथी रही। पुलिस अब इस एंगल से भी जांच कर रही है और माना जा रहा है कि अरिशा को ब्लैकमेलिंग से जुड़ी कई अहम बातें पता हैं।

फार्महाउस पार्टी में हुआ था विवाद

ड्राइवर शुभम के अनुसार, भूपेंद्र के जन्मदिन पर खुड़ैल स्थित फार्महाउस में भी इति और भूपेंद्र के बीच कहासुनी हुई थी। पार्टी के बाद दोनों देर रात तक वहीं बैठे रहे। बातचीत सामान्य थी, लेकिन बीच में भूपेंद्र गुस्से में दिखा। इसके बाद इति और उसकी सहेली को भूपेंद्र ने अपनी कार से घर छुड़वाया था।

अंतिम समय तक साथ रहा ड्राइवर शुभम

शुभम, भूपेंद्र का सबसे करीबी माना जाता था। वह न केवल घर और बिजनेस, बल्कि निजी मामलों में भी हर समय उसके साथ रहता था। आत्महत्या वाले दिन भी शुभम ने ही उन्हें अस्पताल पहुंचाया। पुलिस पूछताछ में शुभम ने साफ कहा कि इति द्वारा लगातार दबाव और धमकियों के चलते भूपेंद्र तनाव में थे।

भूपेंद्र की बेटी इंदौर पहुंची

भूपेंद्र की बेटी अमें अमेरिका में पढ़ाई कर रही है। परिवार ने उसे पिता की तबीयत खराब होने की सूचना दी थी। अब उसके इंदौर पहुंचने के बाद अंतिम संस्कार किया जाएगा। फिलहाल भूपेंद्र का शव चोइथराम अस्पताल में रखा गया है।

पुलिस जांच जारी, कई नाम आ सकते हैं सामने

अन्नपूर्णा एसीपी शिवेंद्र जोशी के अनुसार, आत्महत्या मामले में अब तक कई नाम सामने आ चुके हैं। फिलहाल पुलिस सभी पहलुओं की जांच कर रही है। किसी नतीजे पर पहुंचने से पहले सभी बयानों और साक्ष्यों की पुष्टि की जाएगी।

सुसाइड नोट्स से क्या मिला?

पुलिस को भूपेंद्र द्वारा लिखे गए चार अलग-अलग सुसाइड नोट्स मिले हैं। इनमें उन्होंने विस्तार से इति के साथ रिश्ते, ब्लैकमेलिंग, आर्थिक दबाव और मानसिक तनाव का जिक्र किया है।

सुसाइड नोट्स के मुख्य बिंदु:

  • इति से रिश्ता दो साल तक चला, शुरू में सब ठीक था लेकिन बाद में उसने रेप केस में फंसाने की धमकी दी।

  • एक बार 25 लाख रुपए देकर समझौता कराया गया, लेकिन ब्लैकमेलिंग बंद नहीं हुई।

  • इति ने कई बार महंगी चीजों—आईफोन 17, फ्लैट और कार—की डिमांड की।

  • भूपेंद्र का कहना था कि इति ने उनका फोन हैक करवा रखा था और हर गतिविधि पर नजर रखती थी।

  • दोस्तों, बिजनेस पार्टनर और परिवार के बीच भी तनाव बढ़ गया था।

Leave a Reply