जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
इंदौर शहर के साकार नगर में रहने वाले राजा रघुवंशी की हनीमून ट्रिप मौत की यात्रा में बदल गई। 25 दिन पहले शादी की खुशियों में डूबे परिवार पर ऐसा वज्र गिरा कि पूरे मोहल्ले में मातम छा गया। राजा का शव 2 जून को शिलांग के वेइसाडोंग फॉल्स के पास 150 फीट गहरी खाई से बरामद हुआ। पत्नी सोनम अब तक लापता है और मामले के खुलासे के बजाय सवाल और साजिशें गहराती जा रही हैं।
बुधवार की शाम जैसे ही राजा का पार्थिव शरीर उसके इंदौर स्थित घर पहुंचा, तो वहां चीख-पुकार मच गई। पिता अशोक रघुवंशी, जो कुछ ही दिन पहले दिल का दौरा झेल चुके हैं, बेटे का शव देखकर बेसुध होकर गिर पड़े। मां उमा बार-बार बेटे को पुकारती रहीं – “क्यों गया तू वहां? क्या कसूर था हमारा?” आसपास के लोग और रिश्तेदार सन्न हैं।
परिवार ने बताया कि राजा और सोनम की शादी 11 मई को धूमधाम से हुई थी। इसके कुछ ही दिन बाद, 20 मई को दोनों हनीमून के लिए रवाना हुए। पहले बेंगलुरु, फिर गुवाहाटी और फिर 23 मई को वे मेघालय के शिलांग पहुंचे। माता कामाख्या के दर्शन के बाद परिवार की कुछ समय तक उनसे बात होती रही, लेकिन 24 मई से दोनों के फोन बंद हो गए।
पहले परिवार ने इसे नेटवर्क समस्या माना, लेकिन जल्द ही बात गंभीर होने लगी। जब कई कोशिशों के बावजूद कोई संपर्क नहीं हुआ तो सोनम का भाई गोविंद और राजा के भाई विपिन इमरजेंसी फ्लाइट से शिलांग पहुंचे। पुलिस से संपर्क किया गया और सर्च ऑपरेशन शुरू हुआ।
2 जून को राजा का शव 150 फीट नीचे एक खाई से मिला। उसके शरीर पर कई चोटों के निशान थे। लेकिन जो सबसे ज्यादा चौंकाने वाली बात है – पत्नी सोनम अब तक लापता है।
पुलिस को एक खून से सना हुआ जैकेट मिला है, लेकिन परिवार ने साफ कहा है कि वह जैकेट सोनम की नहीं है। पुलिस और स्थानीय प्रशासन ने बड़े स्तर पर एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, एसआईटी और फायर एंड इमरजेंसी सर्विसेस की टीम के साथ तलाशी अभियान चलाया, लेकिन अब तक सोनम का कोई पता नहीं चल पाया है।
राजा के परिजनों का आरोप है कि पुलिस ठीक से जांच नहीं कर रही है। भाई विपिन रघुवंशी का कहना है कि वहां के हालात सामान्य नहीं हैं और कुछ “संवेदनशील जानकारी” को दबाया जा रहा है। स्थानीय होटल मैनेजर, चाय की दुकान वाला और एक गाइड जो राजा और सोनम के साथ गया था – सभी संदिग्ध हैं, लेकिन पुलिस ने उनसे सख्ती से पूछताछ नहीं की।
गाइड की गवाही भी संदेह के घेरे में है। उसने बताया कि उसने दोनों को एक रास्ते पर छोड़ दिया, लेकिन आगे का रास्ता उन्हें खुद भी नहीं पता था। सवाल उठता है – जंगल के खतरनाक और अनजान इलाके में कोई गाइड उन्हें अधूरी जानकारी के साथ क्यों छोड़ेगा?
सोनम का भाई गोविंद अब भी शिलांग में रुका हुआ है। उनके पिता पैरालाइज्ड हैं और अब परिवार में वह अकेला है जो बहन को ढूंढने की जिम्मेदारी निभा रहा है। उसने राजा का शव इंदौर भिजवाया और अब उम्मीद कर रहा है कि सोनम जिंदा मिल जाए।
राजा की हत्या, पत्नी का लापता होना, और जांच में उठते सवाल – ये सब मिलकर पूरे मामले को और रहस्यमय बना रहे हैं। राजा के परिवार ने अब इस पूरे मामले की जांच सीबीआई से करवाने की मांग की है। उनका कहना है कि स्थानीय पुलिस किसी दबाव में काम कर रही है और मामले को दबाने की कोशिश हो रही है।