जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
भारत इस समय गंभीर सुरक्षा तैयारियों के दौर से गुजर रहा है। गृह मंत्रालय ने 7 मई 2025 को देश के कुछ राज्यों में युद्ध जैसी स्थिति से निपटने के लिए सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल कराने का आदेश दिया है। इस मॉक ड्रिल का उद्देश्य आम जनता, छात्रों और संस्थानों को संभावित हवाई हमलों और आपात परिस्थितियों के लिए तैयार करना है। drill के दौरान हवाई हमले के सायरन, ब्लैकआउट, महत्वपूर्ण ठिकानों को छिपाने, लोगों को सुरक्षित निकालने की योजना, और प्रशिक्षण जैसे बिंदुओं पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
यह मॉक ड्रिल कोई साधारण अभ्यास नहीं है — इसका सीधा संबंध भारत की मौजूदा सुरक्षा चिंताओं से जुड़ा है। हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लगातार रक्षा सचिव, एयर चीफ मार्शल एपी सिंह और नेवी चीफ दिनेश कुमार त्रिपाठी से मुलाकातें की हैं। सूत्रों के अनुसार, इन बैठकों में प्रधानमंत्री को भारतीय वायुसेना की युद्ध तैयारियों की विस्तृत जानकारी दी गई। बताया गया है कि पश्चिमी सीमा पर डिफेंस नेटवर्क पूरी तरह एक्टिव है और राफेल जैसे फाइटर जेट्स स्टैंडबाय पर हैं।
इस बीच भारत-पाकिस्तान सीमा पर भी हलचल तेज हो गई है। सीमा सुरक्षा बल (BSF) ने ठाकुरपुर गांव के पास अंतरराष्ट्रीय सीमा पर एक पाकिस्तानी नागरिक को गिरफ्तार किया है। आरोपी के पास से पाकिस्तानी आईडी कार्ड मिला है, जिस पर उसका नाम हुसनैन और पता गुज्जरांवाला लिखा है। मामले की जांच चल रही है और इससे सुरक्षा एजेंसियों की सतर्कता और बढ़ गई है।
उधर, पाकिस्तान लगातार मिसाइल परीक्षण कर रहा है। सोमवार को पाकिस्तान ने एक और सतह से सतह पर मार करने वाली मिसाइल का परीक्षण किया, जिसकी रेंज 120 किलोमीटर बताई गई है। इससे पहले 3 मई को 450 किमी रेंज वाली बैलिस्टिक मिसाइल ‘अब्दाली’ का भी सफल परीक्षण किया गया था। यह घटनाएं भारत को अपनी सुरक्षा तैयारियों को और मजबूत करने के लिए मजबूर कर रही हैं।
इन सारी गतिविधियों को देखते हुए मॉक ड्रिल केवल एक रुटीन प्रक्रिया नहीं, बल्कि युद्ध जैसी स्थिति में देश की तैयारियों की परीक्षा मानी जा रही है। आम नागरिकों से अपील की गई है कि वे घबराएं नहीं, लेकिन पूरी सजगता और गंभीरता के साथ इन अभ्यासों में सहयोग करें।