मध्यप्रदेश में सक्रिय मानसूनी सिस्टम से कई जिलों में तेज बारिश, मौसम विभाग का अलर्ट जारी; उज्जैन सहित कई क्षेत्रों में बारिश के आँकड़े सामने आए!

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जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:

मध्यप्रदेश में मानसून एक बार फिर रफ्तार पकड़ चुका है। बंगाल की खाड़ी से उठे साइक्लोनिक सिस्टम और सक्रिय ट्रफ लाइन के कारण गुरुवार को प्रदेश के कई जिलों में झमाझम बारिश हुई। मौसम विभाग ने जबलपुर सहित 20 जिलों में भारी बारिश का यलो अलर्ट जारी किया है। विभाग ने अगले 24 घंटों के दौरान इन जिलों में साढ़े चार इंच तक पानी गिरने की आशंका जताई है। वहीं राजधानी भोपाल सहित इंदौर, उज्जैन और नर्मदापुरम संभाग में भी हल्की से मध्यम बारिश का सिलसिला जारी है।

कई बांधों में पानी का स्तर बढ़ा, मड़ीखेड़ा डैम के खुले दो गेट

शिवपुरी जिले में अटल सागर बांध (मड़ीखेड़ा डैम) में जलस्तर बढ़ने के चलते गुरुवार सुबह इसके दो गेट खोल दिए गए। यहां से 346 क्यूमेक पानी छोड़ा जा रहा है, जिससे आसपास के इलाकों में जलप्रवाह बढ़ गया है। प्रशासन ने निचले इलाकों में सतर्कता बरतने के निर्देश जारी किए हैं।

20 जिलों में भारी बारिश का पूर्वानुमान

मौसम विभाग के अनुसार जबलपुर, बालाघाट, छिंदवाड़ा, डिंडोरी, मंडला, कटनी, पन्ना, सागर, दमोह, रायसेन, विदिशा, सीहोर, बैतूल, नर्मदापुरम, अनूपपुर, उमरिया, पांढुर्णा, नरसिंहपुर, छतरपुर और सिवनी में भारी बारिश की संभावना बनी हुई है। इन इलाकों में अगले कुछ घंटों में आंधी और बिजली गिरने की घटनाएं भी हो सकती हैं।

बारिश के ताजा आँकड़े: पचमढ़ी से मलाजखंड तक

प्रदेशभर में बीते 24 घंटे के दौरान कई जगहों पर अच्छी वर्षा दर्ज की गई है। पचमढ़ी में सबसे अधिक 3.4 इंच पानी गिरा। वहीं छिंदवाड़ा में 2.6 इंच, गुना में 2.3 इंच, मलाजखंड (बालाघाट) में 2.1 इंच, नर्मदापुरम में 1.8 इंच, ग्वालियर में 1.5 इंच और श्योपुर में 1.1 इंच वर्षा दर्ज की गई। भोपाल, इंदौर, सागर, सीधी, दमोह, खजुराहो, जबलपुर सहित अन्य स्थानों पर भी रुक-रुक कर बारिश होती रही।

उज्जैन जिले में 26.2 मिमी औसत बारिश, झारड़ा सबसे आगे

कलेक्टर कार्यालय भू-अभिलेख शाखा से प्राप्त जानकारी के अनुसार, पिछले 24 घंटों में उज्जैन जिले में औसतन 26.2 मिमी वर्षा हुई है। इसमें सबसे अधिक बारिश झारड़ा में 122 मिमी दर्ज की गई, जबकि तराना में 47 मिमी, घट्टिया में 42 मिमी, और खाचरौद, बड़नगर, महिदपुर जैसी तहसीलों में 2 से 8 मिमी के बीच वर्षा हुई। माकड़ौन में मात्र 6 मिमी पानी गिरा।

01 जून 2025 से लेकर अब तक जिले में औसतन 248 मिमी बारिश दर्ज की जा चुकी है। तहसीलवार यदि देखें तो सबसे अधिक बारिश झारड़ा (337.4 मिमी) और खाचरौद (315 मिमी) में हुई है, जबकि माकड़ौन अभी तक केवल 75 मिमी पर ही अटका हुआ है।

पिछले साल की तुलना में इस बार बारिश थोड़ी कम

गत वर्ष की तुलना करें तो इस बार उज्जैन जिले में अब तक औसतन 32 मिमी कम वर्षा हुई है। 2024 में इसी अवधि तक 280.1 मिमी बारिश दर्ज की गई थी, जबकि इस वर्ष अभी तक 248 मिमी बारिश हुई है। हालांकि कुछ तहसीलों — जैसे खाचरौद और झारड़ा — ने पिछले वर्ष से बेहतर प्रदर्शन किया है।

अगले चार दिन भी सक्रिय रहेगा मानसून: मौसम वैज्ञानिक

सीनियर मौसम वैज्ञानिक  के अनुसार, वर्तमान में प्रदेश में मानसून ट्रफ के साथ-साथ चक्रवाती परिसंचरण (साइक्लोनिक सर्कुलेशन) भी सक्रिय है। इन दोनों सिस्टम के प्रभाव से अगले चार दिन तक प्रदेश में कहीं अति भारी तो कहीं मध्यम बारिश होने की संभावना है। खासकर पूर्वी और दक्षिण-पूर्वी जिलों में वर्षा का प्रभाव अधिक रहेगा।

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