जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
मध्यप्रदेश में मानसून ट्रफ और साइक्लोनिक सर्कुलेशन (चक्रवातीय प्रणाली) की वजह से लगातार तेज बारिश का दौर जारी है। पिछले 24 घंटे में 32 से ज्यादा जिलों में झमाझम बरसात हुई। कई जगहों पर पानी की बौछारों ने जनजीवन प्रभावित किया। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे के लिए राज्य के कई जिलों में भारी से अति भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है।
24 घंटे में सबसे ज्यादा बारिश सीधी में
पिछले 24 घंटों में सबसे ज्यादा सीधी जिले में 6.7 इंच पानी गिरा। इसके अलावा
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सतना में 3.7 इंच
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शिवपुरी में 2.6 इंच
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दतिया में 2.1 इंच
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उमरिया, मंडला और खजुराहो में 1.7 इंच
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नौगांव में 1.5 इंच
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रीवा में 1.4 इंच
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जबलपुर और पचमढ़ी में 1.1 इंच
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ग्वालियर और नर्मदापुरम में 1-1 इंच बारिश दर्ज हुई।
भोपाल, इंदौर, उज्जैन, बैतूल, नरसिंहपुर, रतलाम, गुना, रायसेन, दमोह, सागर और छिंदवाड़ा समेत कई जिलों में भी रुक-रुक कर तेज बौछारें पड़ीं।
कहां जारी हुआ अलर्ट?
मौसम विभाग ने रविवार (23 अगस्त) के लिए 3 तरह के अलर्ट जारी किए हैं –
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अति भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट
नीमच और मंदसौर में अगले 24 घंटे में साढ़े 8 इंच तक पानी गिरने की संभावना है। -
भारी बारिश का यलो अलर्ट
ग्वालियर, मुरैना, श्योपुर, शिवपुरी, गुना, राजगढ़, आगर-मालवा, रतलाम, झाबुआ, बालाघाट, मंडला, डिंडौरी, अनूपपुर और सिंगरौली में भारी बारिश का अनुमान है। -
हल्की बारिश का अलर्ट
प्रदेश के अन्य जिलों में गरज-चमक के साथ हल्की बारिश हो सकती है।
औसत बारिश का आंकड़ा लगभग पूरा
मौसम विभाग के वैज्ञानिक अरुण शर्मा के अनुसार, अब तक प्रदेश में औसतन 34.2 इंच बारिश दर्ज की जा चुकी है। सीजन का औसत कोटा पूरा होने के लिए सिर्फ 2.8 इंच और पानी की जरूरत है।
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गुना जिले में अब तक 52 इंच
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मंडला और अशोकनगर में 50 इंच से ज्यादा पानी गिर चुका है।
क्यों हो रही लगातार तेज बारिश?
मौसम विभाग की सीनियर वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन ने बताया कि इन दिनों प्रदेश के ऊपर से एक मानसून ट्रफ (Monsoon Trough) गुजर रही है। साथ ही उत्तरी हिस्से में साइक्लोनिक सर्कुलेशन सक्रिय है। यही वजह है कि कई जिलों में बारिश का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा। अगले तीन दिन भी कई जगहों पर भारी बारिश के आसार बने रहेंगे।