Haryana: आपके लोकसभा क्षेत्र के उम्मीदवारों की सोशल मीडिया पर मजबूत उपस्थिति है. मोबाइल पकड़ते ही एक-दो प्रत्याशियों के दौरे के वीडियो किसी न किसी प्लेटफॉर्म के जरिए आप तक पहुंच जाते हैं. सोशल मीडिया पर उनके लाखों फॉलोअर्स हैं. लेकिन, जैसे-जैसे चुनाव की तारीख नजदीक आ रही है, इन उम्मीदवारों की रैलियों से भीड़ गायब होती जा रही है.
उनके दिलों में डर है कि वोटिंग के दिन लोग उन्हें वोट देने आएंगे या नहीं. यही कारण है कि कई उम्मीदवारों ने अपने समर्थकों तक पहुंचने और उन्हें वोट देने के लिए अपने घरों से बाहर निकालने के लिए पुरानी आजमाई हुई रणनीति का सहारा लेना शुरू कर दिया है। माहौल बनाने के लिए सड़कों पर बैनर लटकने लगे हैं और पंपलेट-पोस्टर तैयार किये जा रहे हैं.
हरियाणा की 9 सीटों पर मुख्य मुकाबला कांग्रेस और Congress उम्मीदवारों के बीच है. एक सीट पर आप और बीजेपी आमने-सामने हैं. JJP-BJP के उम्मीदवार भी मैदान में उतर गए हैं. सभी प्रत्याशियों के सोशल मीडिया पेज तेजी से बनाए जा रहे हैं. पोस्ट, फोटो और वीडियो जारी किए जा रहे हैं. लेकिन, जब प्रदेश के नेता इन उम्मीदवारों के लिए बैठकें और रैलियां कर रहे हैं तो आधी कुर्सियां खाली मिल रही हैं. यह वैकेंसी उम्मीदवारों की चिंता बढ़ा रही है. इसलिए उन्हें व्यक्तिगत संपर्क के लिए जनसंपर्क के पुराने फॉर्मूले पर लौटना होगा.
पहला काम, गांव के लोगों से सीधा संवाद
रोहतक और सोनीपत में प्रत्याशियों ने अपने क्षेत्र के बड़े गांवों में मतदाताओं से सीधा संवाद शुरू कर दिया है। बैठक में कोई बाहरी नेता नहीं है और न ही लंबे भाषण हुए हैं. प्रत्याशी द्वारा गांव के प्रमुख लोगों का नाम लिया जाता है और सीधे तौर पर गांव की समस्याओं और क्षेत्र की जरूरतों पर वादे किये जाते हैं. इन मुद्दों की ओर इशारा करते हुए पोस्टर चिपकाए जा रहे हैं और गांव में पर्चे बांटे जा रहे हैं. जानकार बता रहे हैं कि माथे पर बांधने के लिए पार्टी चिन्ह और धारियों वाला बैज तैयार किया जा रहा है.
दुकानों में लौटी रौनक, बढ़े ऑर्डर
प्रत्याशियों की मांग पर दीवारों पर चिपकाए जाने वाले पोस्टर-बैनर तैयार करने का काम जोरों पर चल रहा है। इन दिनों रोहतक की प्रिंटिंग स्ट्रीट पर काफी चहल-पहल है। आजकल कई प्रेसों में पार्टी चिन्हों वाली प्रचार सामग्री दिख जायेगी। कागज, कपड़े और प्लास्टिक पर तैयार हो रही यह सामग्री उस युग की याद दिलाती है जब हल चलाता किसान, गाय-बछड़ा आदि प्रतीक चिह्न वाले बैज हर गली में बच्चों की शर्ट पर नजर आते थे। लगभग इसी तर्ज पर नई प्रचार सामग्री भी तैयार की जा रही है। हर दुकान में पंजा और कमल दिख जाएगा.
आकर्षक पट्टियाँ, वाहन झण्डे
रोहतक में चुनाव प्रचार सामग्री तैयार कर बेचने वाले एक कारोबारी का कहना है कि उम्मीदवार युवाओं में बांटने के लिए अपनी पार्टी के नाम और चुनाव चिह्न वाली झंडा पट्टियां छपवा रहे हैं. कम कीमत में तैयार की गई पट्टियां पहनकर जब कार्यकर्ता रैली में जाते हैं तो माहौल पार्टी के रंग में रंगा हुआ नजर आता है. उनके मुताबिक, वह सोशल मीडिया से जुड़ नहीं पा रहे हैं। इसलिए उम्मीदवार प्रचार सामग्री के जरिए मतदाताओं तक अपनी पहुंच बढ़ा रहे हैं.