ग्वालियर के आर्मी ऑफिसर से 31 लाख की ठगी: साइबर सेल ने इंदौर में पकड़ा मास्टरमाइंड ठग सागर कौरव, जोमेटो डिलीवरी बॉय बनकर गिरफ्तार किया; 5 महीने से दे रहा था पुलिस को चकमा!

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जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:

ग्वालियर में एक आर्मी ऑफिसर से 31 लाख रुपए की ठगी करने वाले ठग सागर कौरव को आखिरकार राज्य साइबर जोन ग्वालियर की टीम ने इंदौर से गिरफ्तार कर लिया। सागर कौरव पिछले पांच महीनों से पुलिस को चकमा देने में कामयाब रहा था, लेकिन साइबर सेल की टीम ने उसे पकड़ने के लिए जोमेटो डिलीवरी बॉय का रूप धारण कर उसकी रेकी की। तीन दिन की कड़ी मेहनत और अनुसंधान के बाद पुलिस ने उसे इंदौर में पकड़ लिया, और मामले की गंभीरता को समझते हुए पूरी कार्रवाई को तेज कर दिया।

यह पूरी कहानी अक्टूबर 2023 की है, जब ग्वालियर के मुरार कैंट क्षेत्र में रहने वाले एक आर्मी ऑफिसर को एक फोन कॉल आया। इस कॉल पर ठग ने खुद को एक शेयर मार्केट रिसर्चर बताकर आर्मी ऑफिसर को मोटा मुनाफा कमाने का झांसा दिया। आर्मी ऑफिसर ने इस लालच में फंसकर धीरे-धीरे 31 लाख रुपए निवेश कर दिए। लेकिन जब आर्मी ऑफिसर ने मुनाफा निकालने की कोशिश की तो उसे यह समझ में आया कि उसने एक बड़े ठगी के जाल में फंसकर अपना पैसा गंवा दिया। यह एहसास होते ही उसने साइबर सेल में शिकायत दर्ज करवाई, और पुलिस ने इसकी जांच शुरू की।

जांच में पता चला कि ठगी करने वाले ने अपनी योजना को पूरी तरह से गुपचुप तरीके से अंजाम दिया। सागर कौरव, जो पहले खुद को सागर राठौर बताता था, भिंड के दबोह का निवासी है, और उसके साथ उसकी गैंग के अन्य सदस्य भी थे। सागर और उसकी गैंग ने इंदौर में एक कॉल सेंटर चला रखा था, जहां से वह और उसकी टीम इस ठगी का रैकेट चला रहे थे। सागर कौरव की गैंग में रोहित जादौन, ऋषभ ओझा, दीपक शर्मा, ऋषभ शर्मा और अरुण शर्मा जैसे लोग शामिल थे। इन ठगों का एक ही मकसद था – अपने शिकारों को शेयर मार्केट का झूठा लालच देकर उनसे भारी रकम ठग लेना। उन्होंने बड़ी चालाकी से अपनी पहचान को छिपाते हुए कई लोगों को इस ठगी का शिकार बनाया।

साइबर सेल की टीम ने सागर कौरव की गिरफ्तारी के लिए पांच महीने तक उसकी छानबीन की। इस दौरान पुलिस को यह जानकारी मिली कि सागर इंदौर में छिपा हुआ है। पुलिस ने सागर को ट्रैक करने के लिए जोमेटो डिलीवरी बॉय का रूप धारण किया और उसकी गतिविधियों की जानकारी हासिल करने में जुट गई। तीन दिन की कड़ी मेहनत के बाद पुलिस ने उसे इंदौर में दबोच लिया। यह सागर कौरव के खिलाफ ग्वालियर का पहला मामला था, लेकिन उसकी गैंग के ठगी के और मामलों की जानकारी अब सामने आ रही है। पुलिस को पूरा यकीन है कि सागर की गिरफ्तारी के बाद उसकी गैंग के अन्य ठगी रैकेट का भी खुलासा होगा और अन्य राज्यों में चल रहे ऐसे रैकेट्स का भी पर्दाफाश किया जा सकेगा।

सागर कौरव की गिरफ्तारी के बाद, पुलिस ने मामले की गहन जांच शुरू कर दी है। उसके खिलाफ आरोप तय किए जा रहे हैं, और अब पुलिस यह पता करने में जुटी है कि उसकी गैंग के अन्य सदस्य और ठगी के रैकेट के बारे में क्या-क्या जानकारी मिल सकती है।

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