जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
भारत सरकार ने OTT प्लेटफॉर्म्स पर लगाम कसते हुए एक ऐतिहासिक और कड़े कदम के तहत 25 ऐप्स को बैन कर दिया है। जिन प्लेटफॉर्म्स पर ताले लगे हैं, उनमें ALTT, Ullu, देसी फ्लिक्स जैसे नाम प्रमुख हैं—जो लंबे समय से अपने बोल्ड और विवादित कंटेंट को लेकर चर्चा में रहे हैं। सरकार का कहना है कि इन ऐप्स पर अश्लील और आपत्तिजनक वीडियो कंटेंट परोसे जा रहे थे, जो भारतीय संस्कृति और कानून दोनों के खिलाफ हैं।
लेकिन इस बैन के तुरंत बाद सबसे बड़ा बयान आया एकता कपूर की तरफ से। इंस्टाग्राम पर जारी एक आधिकारिक स्टेटमेंट में एकता ने स्पष्ट किया कि उनका और उनकी मां शोभा कपूर का ALTT से अब कोई लेना-देना नहीं है। उन्होंने कहा कि वे जून 2021 में ही ALTT से अलग हो चुकी हैं, और अब कंपनी का संचालन बालाजी टेलीफिल्म्स लिमिटेड द्वारा किया जा रहा है।
मीडिया में फैली उन खबरों को भी उन्होंने ‘ग़लत’ बताया जिनमें कहा गया कि ALTT को बंद करने का फैसला उनकी कंपनी से जुड़ा है। एकता ने साफ शब्दों में कहा कि यदि कोई यह दावा करता है कि वे आज भी ALTT से जुड़ी हैं, तो वह पूरी तरह से भ्रामक और ग़लत है।
सरकार ने क्यों उठाया यह कदम?
केंद्र सरकार ने सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम (IT Act 2000) और भारतीय दंड संहिता (BNS 2023) की कई धाराओं के तहत यह कार्रवाई की है। खासतौर पर चार कानूनों के आधार पर इन ऐप्स पर बैन लगाया गया है:
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IT एक्ट, धारा 67 और 67A: इंटरनेट पर अश्लील और यौन गतिविधियों से जुड़ा कंटेंट पोस्ट करना अपराध है।
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BNS धारा 294: सार्वजनिक रूप से गंदी हरकतें या अभद्र भाषा दंडनीय अपराध है।
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महिला अश्लीलता निषेध अधिनियम, 1986: महिलाओं को अपमानजनक या आपत्तिजनक तरीके से दिखाना पूरी तरह से गैरकानूनी है।
सरकार ने इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर्स (ISP) को आदेश दिया है कि वे इन ऐप्स और उनकी वेबसाइट्स को तत्काल प्रभाव से ब्लॉक करें।
इस पूरे मामले में ऑल इंडियन सिने वर्कर्स एसोसिएशन (AICWA) ने भी सरकार के फैसले को “ऐतिहासिक” बताया है। AICWA का कहना है कि यह सिर्फ एक बैन नहीं बल्कि भारतीय संस्कृति और नैतिकता की जीत है। एसोसिएशन ने साफ कहा कि अब यह पूरी इंडस्ट्री के लिए एक चेतावनी है – “इस तरह का कंटेंट अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।”
AICWA ने यह भी मांग की कि ऐसे प्लेटफॉर्म्स के मालिकों और कंटेंट प्रोड्यूसर्स के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाए। उन्होंने सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव को धन्यवाद देते हुए यह भी अपील की कि OTT प्लेटफॉर्म्स पर निगरानी के लिए एक केंद्रीय रेगुलेटरी बॉडी का गठन किया जाए।
लॉकडाउन के दौरान बढ़ा अश्लील कंटेंट
कोविड-19 लॉकडाउन के दौरान OTT प्लेटफॉर्म्स को जबरदस्त बढ़ावा मिला। लेकिन इसी दौर में ALTT और Ullu जैसे प्लेटफॉर्म्स पर एडल्ट और बोल्ड कंटेंट की बाढ़ सी आ गई। एक रिपोर्ट के मुताबिक, ALTT की व्यूअरशिप 2020 में 60% तक बढ़ी, और मंथली एक्टिव यूजर्स में 21% का उछाल आया। MX Player जैसे बड़े प्लेटफॉर्म्स पर भी एडल्ट कॉमेडी शोज को एक दिन में करोड़ों स्ट्रीमिंग मिलीं।
क्या कहती हैं गाइडलाइंस?
2021 में भारत सरकार ने ‘IT Rules & Digital Media Ethics Code’ लागू किया था, जिसे 2023 में अपडेट भी किया गया। इसमें साफ निर्देश हैं कि:
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हर OTT प्लेटफॉर्म पर ग्रीवांस ऑफिसर होना चाहिए।
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कंटेंट की कैटेगरी और चेतावनी स्पष्ट रूप से दी जाए।
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कंटेंट में न तो सेक्सुअल हिंसा हो, न देशविरोधी विचार और न ही महिलाओं-बच्चों के प्रति अपमानजनक दृश्य।
सरकार की मानें तो इन नियमों का बार-बार उल्लंघन हो रहा था। और अब इस बैन के ज़रिए एक सख्त संदेश दिया गया है।