जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
क्रिकेट के इतिहास में भारत और इंग्लैंड की भिड़ंत हमेशा से ही खास रही है, और अब तेंदुलकर-एंडरसन ट्रॉफी के नाम से खेली जा रही इस नई टेस्ट सीरीज ने क्रिकेट प्रेमियों के बीच रोमांच की एक नई लहर पैदा कर दी है। पहला मुकाबला लीड्स के ऐतिहासिक हेडिंग्ले क्रिकेट स्टेडियम में खेला जा रहा है, जहां इंग्लैंड ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया। शुक्रवार से शुरू हुए इस मुकाबले के पहले सेशन में भारत ने बिना कोई विकेट गंवाए 15 रन बना लिए हैं। यशस्वी जायसवाल और केएल राहुल ओपनिंग कर रहे हैं और जायसवाल ने चौके के साथ टीम का खाता खोला।
साई सुदर्शन का डेब्यू – पुजारा से मिली प्रेरणा
भारत के लिए आज का दिन और भी खास बन गया, क्योंकि तमिलनाडु के युवा बल्लेबाज साई सुदर्शन ने अपना टेस्ट डेब्यू किया। उन्हें यह डेब्यू कैप खुद चेतेश्वर पुजारा से मिली – एक ऐसा क्षण जो किसी भी युवा खिलाड़ी के लिए गर्व की बात होती है। साई भारत के 317वें टेस्ट खिलाड़ी बने हैं। दिलचस्प बात यह है कि वे 20 जून को डेब्यू करने वाले भारत के चौथे खिलाड़ी हैं – उनसे पहले राहुल द्रविड़, सौरव गांगुली और विराट कोहली जैसे दिग्गजों ने इसी तारीख को डेब्यू किया और तीनों ही 100 से अधिक टेस्ट खेलने वाले सितारे बने।
वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप 2025-27 का आगाज़
यह टेस्ट मुकाबला WTC 2025-27 चक्र का पहला मैच है। भारत जहां पिछले दो संस्करणों के फाइनल में रनर-अप रहा – 2021 में न्यूजीलैंड और 2023 में ऑस्ट्रेलिया के हाथों हार मिली, वहीं इंग्लैंड पहली बार इस नए चक्र में फाइनल की ओर कदम बढ़ाना चाहता है। टीम इंडिया की कमान 25 वर्षीय युवा कप्तान शुभमन गिल के हाथों में है, जो नई पीढ़ी की उम्मीद बनकर उभरे हैं, जबकि इंग्लैंड की कप्तानी अनुभवी ऑलराउंडर बेन स्टोक्स कर रहे हैं।
दोनों टीमों का प्लेइंग-11
भारत: शुभमन गिल (कप्तान), यशस्वी जायसवाल, केएल राहुल, साई सुदर्शन, ऋषभ पंत (विकेटकीपर), करुण नायर, रवींद्र जडेजा, शार्दूल ठाकुर, जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद सिराज, प्रसिद्ध कृष्णा।
इंग्लैंड: बेन स्टोक्स (कप्तान), जैक क्रॉले, बेन डकेट, ओली पॉप, जो रूट, हैरी ब्रूक, जैमी स्मिथ (विकेटकीपर), क्रिस वोक्स, ब्रायडन कार्स, जोश टंग, शोएब बशीर।
बात दें, भारत और इंग्लैंड के बीच 1932 से लेकर 2025 तक कुल 136 टेस्ट मुकाबले हो चुके हैं। इनमें इंग्लैंड ने 51 और भारत ने 35 मैच जीते हैं, जबकि 50 टेस्ट ड्रॉ पर खत्म हुए। खास बात यह है कि भारत ने इंग्लैंड की सरज़मीं पर अब तक केवल 9 टेस्ट मैच जीते हैं, जबकि 36 बार हार का सामना करना पड़ा है। भारत ने इंग्लैंड में आखिरी बार 2007 में टेस्ट सीरीज जीती थी, और वो भी राहुल द्रविड़ की कप्तानी में। ऐसे में अब गिल के पास है एक सुनहरा मौका – इतिहास को दोहराने का नहीं, नया इतिहास रचने का।