बार-बार पेशाब आना या शरीर में सूजन? किडनी फेल होने के ये हो सकते हैं संकेत

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जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:

किडनी हमारे शरीर का एक बेहद अहम अंग है, जो खून को साफ करने का काम करती है। यह शरीर में मौजूद फालतू पानी, अपशिष्ट पदार्थ और टॉक्सिन्स को छानकर मूत्र के ज़रिये बाहर निकालती है। लेकिन जब किडनी धीरे-धीरे खराब होने लगती है, तो शरीर में ये ज़हरीले तत्व जमा होने लगते हैं, जिससे कई गंभीर बीमारियाँ जन्म ले सकती हैं। इस स्थिति को क्रोनिक किडनी डिज़ीज (CKD) कहा जाता है। यह एक ऐसी बीमारी है जो शुरुआत में बहुत धीमे-धीमे बढ़ती है, इसलिए अक्सर इसके लक्षण नज़रअंदाज़ हो जाते हैं। लेकिन अगर हम इसके शुरुआती संकेतों को समय रहते पहचान लें, तो गंभीर स्थिति से बचा जा सकता है। आइए विस्तार से जानते हैं कि किडनी जब खराब होने लगती है, तो शरीर किन संकेतों के ज़रिये हमें आगाह करता है।

1. पेशाब में बदलाव

किडनी की खराबी के सबसे पहले लक्षणों में से एक है पेशाब करने की आदतों में बदलाव। आपको दिन में या रात में बार-बार पेशाब आ सकता है, या पेशाब की मात्रा कम हो सकती है। पेशाब में झाग, बुलबुले, या खून दिखाई देना भी किडनी की समस्या का संकेत हो सकता है। यह तब होता है जब किडनी की छानने की क्षमता कम हो जाती है और जरूरी प्रोटीन पेशाब के ज़रिये बाहर निकलने लगता है। ऐसे लक्षणों को नज़रअंदाज़ न करें और तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।

2. शरीर में सूजन

किडनी का एक और महत्वपूर्ण काम है शरीर में तरल पदार्थों का संतुलन बनाए रखना। लेकिन जब किडनी ठीक से काम नहीं करती, तो शरीर में पानी जमा होने लगता है। इसका असर सबसे पहले आपके पैरों, टखनों, हाथों, चेहरे और आंखों के नीचे सूजन के रूप में दिख सकता है। यह सूजन खड़े रहने या सोते समय और भी अधिक बढ़ सकती है। अगर यह समस्या लंबे समय तक बनी रहे, तो इससे फेफड़ों में पानी भरने जैसी जटिल स्थिति भी पैदा हो सकती है, जिससे सांस लेने में दिक्कत होने लगती है।

3. लगातार थकान और कमजोरी

किडनी एक खास हार्मोन बनाती है जिसे एरिथ्रोपोइटिन (EPO) कहते हैं। यह हार्मोन शरीर में लाल रक्त कोशिकाएं बनाने में मदद करता है, जो शरीर के हर हिस्से में ऑक्सीजन पहुंचाती हैं। जब किडनी कमज़ोर होती है, तो EPO का स्तर गिर जाता है, जिससे शरीर में ऑक्सीजन की आपूर्ति कम हो जाती है। नतीजा – एनीमिया, थकावट, कमजोरी और सांस फूलना जैसी परेशानियाँ। अगर बिना किसी मेहनत के भी थकावट महसूस हो रही हो, तो यह किडनी की खराबी का संकेत हो सकता है।

4. त्वचा में खुजली और मांसपेशियों में ऐंठन

किडनी की खराबी के कारण खून में फॉस्फोरस और यूरिया जैसे अपशिष्ट जमा होने लगते हैं। इससे त्वचा में बार-बार खुजली और जलन होने लगती है, खासकर रात के समय। इसके अलावा, पैरों और हाथों की मांसपेशियों में ऐंठन या खिंचाव की शिकायत भी हो सकती है। यह शरीर में कैल्शियम और अन्य मिनरल्स के असंतुलन के कारण होता है। ऐसी स्थिति में घरेलू उपचारों पर निर्भर रहने की बजाय तुरंत विशेषज्ञ से सलाह लेनी चाहिए।

5. मुंह का स्वाद बदलना और सांस से दुर्गंध

जब किडनी ठीक से काम नहीं करती, तो शरीर में टॉक्सिन्स का स्तर बढ़ने लगता है। इसका असर मुंह के स्वाद पर भी पड़ता है – खाना बेस्वाद लगने लगता है, धातु जैसा स्वाद आने लगता है और भूख कम हो जाती है। कई बार सांस से दुर्गंध भी आने लगती है, जो यूरिया के जमा होने का संकेत हो सकता है।

कैसे करें बचाव?

किडनी की समस्याओं से बचने के लिए जरूरी है कि आप अपने रक्तचाप और ब्लड शुगर को नियंत्रण में रखें, दिनभर पर्याप्त पानी पिएं, बहुत अधिक नमक और प्रोसेस्ड फूड से दूर रहें और नियमित रूप से व्यायाम करें। अगर आपको हाई बीपी, डायबिटीज या मोटापा है, तो किडनी की रेगुलर जांच ज़रूर कराएं।

डिस्क्लेमर:

यह लेख केवल सामान्य जानकारी देने के उद्देश्य से तैयार किया गया है। इसमें बताए गए लक्षण या सुझाव किसी मेडिकल सलाह का विकल्प नहीं हैं। यदि आपको उपरोक्त में से कोई भी लक्षण महसूस हो रहे हैं, तो बिना देर किए किसी योग्य चिकित्सक से संपर्क करें।

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