जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
मध्यप्रदेश के शहडोल जिले का छोटा सा गांव विचारपुर, जिसे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने ‘मन की बात’ कार्यक्रम में ‘मिनी ब्राजील’ की उपमा दी थी, आज वैश्विक खेल मंच पर अपनी पहचान बना रहा है। यहां के युवा फुटबॉल खिलाड़ियों की प्रतिभा अब न केवल प्रदेश और देश, बल्कि विदेशों में भी पहचानी जा रही है।
गुरुवार को खेल एवं युवा कल्याण मंत्री विश्वास कैलाश सारंग ने भोपाल के टीटी नगर स्टेडियम में विचारपुर की टीम के खिलाड़ियों से मुलाकात की और उनका उत्साहवर्धन किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि यह पल सिर्फ मध्यप्रदेश ही नहीं बल्कि पूरे देश के लिए गर्व का विषय है।
पीएम मोदी की सराहना बनी नई पहचान
30 जुलाई 2023 को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ में विचारपुर का उल्लेख करते हुए यहां की फुटबॉल संस्कृति को ‘मिनी ब्राजील’ का नाम दिया था। उनकी इस सराहना के बाद गांव और खिलाड़ियों को देशभर में एक नई पहचान मिली। अब वही पहचान अंतरराष्ट्रीय स्तर तक पहुँच चुकी है।
जर्मनी का प्रतिष्ठित फुटबॉल क्लब एफ.सी. Ingolstadt 04 ने विचारपुर के खिलाड़ियों को विश्वस्तरीय प्रशिक्षण देने की इच्छा जताई है। यह अवसर खिलाड़ियों के लिए किसी सपने से कम नहीं है और उनके करियर को नई दिशा देगा।
मंत्री सारंग ने दी शुभकामनाएं
टीटी नगर स्टेडियम में खिलाड़ियों से बातचीत करते हुए मंत्री सारंग ने कहा कि विचारपुर के युवा अब केवल अपने गांव या प्रदेश तक सीमित नहीं हैं, बल्कि वे देश का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। उन्होंने खिलाड़ियों को प्रेरित करते हुए कहा— “आपके खेल की चमक विदेशों तक जानी चाहिए और जिस तरह विचारपुर को ‘मिनी ब्राजील’ कहा जाता है, उसी तरह एक दिन ‘मिनी विचारपुर’ टीम के नाम से भारत की पहचान होनी चाहिए।”
उन्होंने खिलाड़ियों को शुभकामनाएं दीं और विश्वास जताया कि यह उपलब्धि आने वाले समय में प्रदेश की खेल प्रतिभाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगी।
खिलाड़ियों ने भी इस अवसर पर अपने विचार साझा किए। उनका कहना था कि यदि उन्हें जर्मनी जाने का मौका मिलता है तो वे वहां आधुनिक तकनीक और खेल के नए कौशल सीखकर आएंगे और वापस लौटकर अपने साथियों और आने वाली पीढ़ी के खिलाड़ियों के साथ अनुभव साझा करेंगे।
चार खिलाड़ियों और एक प्रशिक्षक को मिलेगा मौका
जर्मनी के फुटबॉल क्लब ने विचारपुर से चार खिलाड़ियों और एक प्रशिक्षक को आमंत्रित किया है। यह प्रशिक्षण 4 से 12 अक्टूबर 2025 तक चलेगा। इसमें दो बालक और दो बालिका खिलाड़ी शामिल होंगे।
इन खिलाड़ियों को न केवल आधुनिक सुविधाओं से लैस प्रशिक्षण मिलेगा, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेल का व्यावहारिक अनुभव भी प्राप्त होगा। चयन प्रक्रिया खेल एवं युवा कल्याण विभाग की देखरेख में होगी, जहां खिलाड़ियों की शारीरिक दक्षता, उपलब्धियां और तकनीकी कौशल को परखा जाएगा।
प्रदेश की खेल प्रतिभा के लिए मील का पत्थर
विशेषज्ञों का मानना है कि यह अवसर सिर्फ विचारपुर के खिलाड़ियों के लिए ही नहीं, बल्कि पूरे मध्यप्रदेश की खेल प्रतिभा के लिए ऐतिहासिक है। इससे प्रदेश के खिलाड़ियों को यह संदेश मिलेगा कि यदि लगन और मेहनत हो तो छोटे से गांव के खिलाड़ी भी वैश्विक मंच तक पहुंच सकते हैं।