आतिशबाजी खत्म हुई, सफाई तुरंत शुरू: इंदौर फिर बना देश का सबसे स्वच्छ शहर – सुपर लीग में भी अव्वल, सफाई मित्रों का दिखा बेमिसाल जज़्बा!

You are currently viewing आतिशबाजी खत्म हुई, सफाई तुरंत शुरू: इंदौर फिर बना देश का सबसे स्वच्छ शहर – सुपर लीग में भी अव्वल, सफाई मित्रों का दिखा बेमिसाल जज़्बा!

जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:

इंदौर एक बार फिर स्वच्छता की दौड़ में सबसे आगे निकल गया है। लगातार सातवीं बार देश का सबसे स्वच्छ शहर बनने के बाद अब सुपर लीग की रैंकिंग में भी इंदौर ने पहला स्थान हासिल कर लिया है। इस ऐतिहासिक जीत का जश्न शहर में दो दिनों से जोर-शोर से मनाया जा रहा है। मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, महापौर पुष्यमित्र भार्गव, निगमायुक्त शिवम वर्मा सहित शहर के सभी जनप्रतिनिधि और अधिकारी इस उपलब्धि को आमजन की आदत, अनुशासन और सक्रिय सहभागिता का परिणाम बता रहे हैं।

लेकिन इस गौरव का सबसे बड़ा श्रेय जिनको मिलना चाहिए, वे हैं – इंदौर के सफाई मित्र। जिनकी निस्वार्थ सेवा, अथक परिश्रम और कर्तव्यनिष्ठा के बिना ये मुकाम हासिल करना मुमकिन नहीं था। शुक्रवार को राजवाड़ा पर आयोजित भव्य सम्मान समारोह में यह जज़्बा एक बार फिर देखने को मिला।

समारोह सुबह 9:30 बजे निर्धारित था, जिसकी पूरी तैयारियाँ पहले से हो चुकी थीं। इस बीच जब एयरपोर्ट से महापौर पुष्यमित्र भार्गव का जुलूस राजवाड़ा की ओर रवाना हुआ, तो शहर भर में आतिशबाजियाँ, पटाखे और स्वागत की चहल-पहल शुरू हो गई। राजवाड़ा में आतिशबाजी के चलते जगह-जगह कचरा फैलने लगा। लेकिन जैसे ही आतिशबाजी रुकी, महिला सफाई मित्रों की एक टीम तुरंत सक्रिय हो गई और बिना देर किए सफाई में जुट गई

उनके इस समर्पण ने वहाँ मौजूद जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों और नागरिकों को भी भावुक कर दिया। लोगों ने तालियों और जयकारों के साथ उनका हौसला बढ़ाया। कैमरे के सामने आने से इनकार करते हुए ये सफाई मित्र चुपचाप अपने काम में जुटे रहे – यही है इंदौर के सफाई सैनिकों की असली पहचान।

इंदौर के सफाई मित्रों के ऐसे कई किस्से हैं, जो शहर की स्वच्छता संस्कृति की रीढ़ बन चुके हैं। दीपावली के दूसरे दिन, जब पूरा शहर उत्सव के कचरे से भरा होता है, ये सफाई मित्र तड़के सुबह काम पर निकल पड़ते हैं और देखते ही देखते सड़कों को फिर से चमका देते हैं। रंगपंचमी की गेर हो या अनंत चतुर्दशी का जुलूस, आयोजन खत्म होते ही महज एक घंटे के भीतर पूरी व्यवस्था दुरुस्त कर दी जाती है।

इसी समर्पण का परिणाम है कि इंदौर की गली-गली, मोहल्ले और प्रमुख मार्ग आज भी स्वच्छता की मिसाल बने हुए हैं।

महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने कहा –

“इंदौर की सफलता सिर्फ रैंक नहीं, यह हमारी आदत, अनुशासन और सामूहिक सोच का परिणाम है। सफाई मित्रों की मेहनत ही असली जीत है। जब भी आपके गली में कचरा गाड़ी आए, उसका स्वागत करें, और सफाई मित्रों का अभिनंदन करना न भूलें।”

निगमायुक्त शिवम वर्मा ने भी सफाई मित्रों की प्रतिबद्धता की सराहना करते हुए कहा कि “हमारे लिए यह सिर्फ एक अवॉर्ड नहीं, बल्कि एक ज़िम्मेदारी है – जिसे हम और बेहतर करेंगे।”

Leave a Reply