जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
प्रयागराज महाकुंभ मेला परिसर में सोमवार को एक बार फिर ताजा हादसा हुआ है, जब सेक्टर-8 में अचानक आग लग गई। इस घटना से मेला परिसर में जबरदस्त हड़कंप मच गया। आग इतनी तेज थी कि कुछ ही मिनटों में दो तंबू जलकर खाक हो गए।
दमकल कर्मियों ने समय पर पहुंचकर आग पर काबू तो पा लिया, लेकिन यह पांचवीं बार है जब महाकुंभ में आग लगी है। सोमवार को आग की सूचना मिलने के बाद अग्निशमन विभाग की टीम तुरंत घटनास्थल पर पहुंची और आग पर काबू पाया। अधिकारियों के अनुसार, आग में कोई जनहानि नहीं हुई है क्योंकि टेंट खाली थे, लेकिन नुकसान बड़ा था।
बता दें, प्रयागराज के महाकुंभ में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी है। शाम 4 बजे तक करीब 1.08 करोड़ श्रद्धालु संगम में स्नान कर चुके हैं। इसके चलते महाकुंभ के सभी 7 एंट्री पॉइंट जाम हो गए हैं, और प्रशासन को व्यवस्था बनाए रखने के लिए कई बड़े कदम उठाने पड़े हैं।
- संगम स्टेशन को 26 फरवरी तक बंद कर दिया गया।
- मेला क्षेत्र में वाहनों की एंट्री फिर से रोक दी गई है।
- ट्रेनों का रूट बदला गया, और सभी वाहनों को संगम से 10-12 किलोमीटर पहले पार्किंग में रोका जा रहा है।
महाकुंभ में आग की बार-बार घटनाएं:
यह पहली बार नहीं है जब महाकुंभ में आग की घटनाएं हो रही हैं। 19 जनवरी से लेकर 17 फरवरी तक महाकुंभ में पांच बार आग लग चुकी है, जिसमें कई टेंट और पंडाल जलकर खाक हो गए हैं। ये घटनाएं बेहद चिंता का विषय बन गई हैं, खासकर तब जब मेला में लाखों श्रद्धालु हर रोज पहुंच रहे हैं।
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- 19 जनवरी: गीता प्रेस के कैंप में आग, 180 कॉटेज जल गए।
- 30 जनवरी: सेक्टर-22 में आग, 15 टेंट जल गए।
- 7 फरवरी: शंकराचार्य मार्ग पर आग, 22 पंडाल जल गए।
- 15 फरवरी: सेक्टर-18-19 में आग, दावा किया गया कि नोटों से भरे 2 बैग जल गए।
- 17 फरवरी: सेक्टर-8 में आग, हालात पर काबू पाया गया।