जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
मध्य प्रदेश के शहडोल में शुक्रवार देर रात एक चौंकाने वाली घटना सामने आई, जहां एक डॉक्टर और एएसआई के बीच सड़क पर जमकर झड़प हो गई। घटना का वीडियो शनिवार को सामने आते ही पूरे जिले में हड़कंप मच गया। वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि जिला अस्पताल के डॉक्टर और ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मी के बीच तीखी बहस के बाद मामला हाथापाई तक पहुंच गया। अब इस मामले की गूंज एसपी रामजी श्रीवास्तव तक पहुंच चुकी है और जांच शुरू कर दी गई है।
घटना जिला अस्पताल के बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. कौशलेंद्र द्विवेदी से जुड़ी है, जो शुक्रवार की रात अस्पताल से अपनी ड्यूटी खत्म कर घर लौट रहे थे। सोहागपुर थाना क्षेत्र के आईटीआई के पास पुलिस गश्ती दल ने उनकी कार को रोका और देर रात बाहर होने का कारण पूछा। इसी बात को लेकर विवाद शुरू हो गया। डॉक्टर का आरोप है कि बिना किसी वजह के उन्हें कार से जबरन खींचकर पीटा गया, और यह सब कुछ उनकी पत्नी और पिता के सामने हुआ। वहीं, पुलिस का दावा है कि डॉक्टर ने ड्यूटी पर मौजूद एएसआई सुखवंत चतुर्वेदी के साथ अभद्रता की और उनकी वर्दी फाड़ दी।
डॉ. द्विवेदी का कहना है कि जब वह घर पहुंचे तो कार में बैठकर पत्नी को कॉल कर रहे थे ताकि दरवाज़ा खुलवा सकें। तभी पुलिसकर्मी आए और उन्होंने पूछताछ शुरू की। डॉक्टर ने बताया कि उन्होंने पूरी बात स्पष्ट की, लेकिन इसके बावजूद पुलिसकर्मियों ने जबरदस्ती उन्हें कार से निकाला, उनका मोबाइल और कार की चाबी छीन ली और बिना किसी उकसावे के मारपीट शुरू कर दी। जब उनकी पत्नी और पिता बाहर आए और विरोध किया, तो पुलिस ने पत्नी को भी धक्का दे दिया और डॉक्टर को जबरदस्ती थाने ले जाकर लात-घूंसों से पीटा। डॉक्टर की मांग है कि उनका मेडिकल परीक्षण किसी वरिष्ठ डॉक्टर से करवाया जाए और दोषी पुलिसकर्मियों पर सख्त कार्रवाई की जाए।
इस मामले पर शहडोल के एसपी रामजी श्रीवास्तव ने बयान देते हुए कहा कि प्रारंभिक जांच में यह सामने आया है कि डॉक्टर की ओर से भी पुलिसकर्मियों के साथ अभद्रता और मारपीट की गई। हालांकि, उन्होंने यह भी माना कि पुलिस की ओर से मारपीट की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि बिना लिखित शिकायत के भी जांच जारी है और दोषियों पर कठोर कार्रवाई की जाएगी।
इधर, पुलिस विभाग में भी इस घटना को लेकर नाराज़गी है। पुलिसकर्मी एक डॉक्टर द्वारा ड्यूटी पर तैनात अधिकारी के साथ इस प्रकार के बर्ताव से आक्रोशित हैं। पुलिस का कहना है कि वीडियो फुटेज और सीसीटीवी रिकॉर्डिंग के आधार पर निष्पक्ष जांच की जाएगी और जो भी दोषी होगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। अभी तक इस मामले में किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।