जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
23 फरवरी दोपहर 3:30 बजे… जैसे ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विमान राजा भोज एयरपोर्ट पर उतरेगा, भोपाल की फिजाओं में सन्नाटा पसर जाएगा। एयरपोर्ट से राजभवन तक 13.8 किलोमीटर का सफर—बस 19 मिनट में तय किया जाएगा, लेकिन इन 19 मिनटों में सुरक्षा के इंतजाम किसी किले से कम नहीं होंगे।
दरअसल, ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट (GIS) में शामिल होने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 23 फरवरी को दोपहर 3:30 बजे भोपाल आएंगे। ऐसे एयरपोर्ट से लेकर राजभवन तक के मुख्य मार्ग पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। एसपीजी ने भोपाल पुलिस के साथ सुरक्षा को लेकर गहन बैठक की है। हर छोटी से छोटी चीज़ की जांच हो रही है। होटल, लॉज, धर्मशालाओं में चेकिंग अभियान जारी है। हलालपुरा बस स्टैंड से लेकर कोहेफिजा के सैकड़ों घरों की तलाशी ली जा रही है।
बता दें, एयरपोर्ट से लेकर राजभवन तक के मुख्य मार्ग पर 1500 से ज्यादा मकान, होटल, लॉज और धर्मशालाएँ हैं। पुलिस ने 10,000 से अधिक लोगों का वेरिफिकेशन कर लिया है। साथ ही सख्त हिदायत दी गई है—पीएम का काफिला गुजरने के दौरान कोई खिड़की से न झांके, कोई छत पर न जाए, कोई सड़क पर न दिखे क्योंकि ज़रा सी चूक होने पर सुरक्षा एजेंसियां तुरंत हरकत में आ जाएँगी।
जानकारी के लिए बता दें, प्रधानमंत्री मोदी की सुरक्षा के लिए तीन परतों वाली सुरक्षा घेरा बनाया गया है—पहली परत में एसपीजी कमांडो, दूसरी परत में आईपीएस अधिकारियों की निगरानी और तीसरी परत में हजारों सुरक्षाकर्मी। हर गली, हर चौराहा, हर इमारत पर पुलिस की पैनी निगाहें हैं। सुरक्षा ऐसी कि 13.8 किमी लंबे रास्ते पर हाईराइज़ बिल्डिंग्स की छतों पर कमांडो तैनात होंगे। दूरबीन से हर छोटी से छोटी गतिविधि पर नजर रखी जाएगी। आसमान में कोई अनजान उड़ान नहीं होगी, क्योंकि ड्रोन उड़ाने पर सख्त प्रतिबंध लगा दिया गया है।
इतना ही नहीं, पीएम मोदी का काफिला जिस भी रूट से गुजरेगा, वहाँ 15 मिनट पहले ही ट्रैफिक रोक दिया जाएगा। चप्पे-चप्पे पर सायरन की आवाज़ गूंजेगी। सड़क पर बस उनका काफिला दौड़ेगा, बाकी शहर थम जाएगा।