जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
कभी-कभी हम अपनी आस्था में इस कदर खो जाते हैं कि हमें ये भी नहीं पता चलता कि हम क्या कर रहे हैं। हमारी आस्था कब अंधविश्वास में बदल जाती है और हमें अज्ञानता की ओर ले जाती है, ये हमें पता ही नहीं चलता।
दरअसल, इन दिनों सोशल मीडिया पर वृंदावन के विश्व प्रसिद्ध बांके बिहारी मंदिर का एक वीडियो काफी चर्चा में है। इसमें लोग AC से निकलने वाले पानी को चरणामृत समझकर पी रहे हैं। वीडियो बनाने वाला शख्स उन्हें समझाने की कोशिश कर रहा है, लेकिन लोग अपनी आस्था में इस कदर डूबे हुए हैं कि वे सुन ही नहीं रहे। अब इस वीडियो के वायरल होने पर लोग इसे अंधभक्ति करार दे रहे हैं।
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा वीडियो 1 मिनट का है, जिसमें श्रद्धालुओं की भीड़ दीवार पर बने हाथी की आकृति से निकलते पानी को प्लास्टिक के गिलास में भरकर उसे चरणामृत समझकर पीते हुए नजर आ रहे हैं।
वीडियो बनाने वाला शख्स बार-बार समझा रहा है कि यह पानी ठाकुर जी के चरणों का नहीं है, और मंदिर के पुजारियों ने भी इस बात की पुष्टि की है। इसलिए, लोगों से निवेदन किया गया है कि इसे न पिएं। लेकिन आस्था में डूबे लोग उसकी बात को नजरअंदाज कर देते हैं।
यह वीडियो 3 नवंबर को शेयर किया गया था, जो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है।
देखे वीडियो :